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Photograph: (freepik)
टेक्नोलॉजी और ट्रेंड्स को अपनाने के अलावा, आज की Gen Z जनरेशन अपनी भावनाओं को समझने और खुलकर व्यक्त करने के लिए पहचानी जा रही है। जहाँ पहले इमोशन्स को कमज़ोरी माना जाता था, वहीं आज की Gen Z उन्हें समझना और व्यक्त करना ज़रूरी मानती है। इसी वजह से, पिछली पीढ़ियों की तुलना में यह पीढ़ी ज़्यादा इमोशनली अवेयर दिखाई दे रही है।
जानिए आजकल Gen Z जनरेशन ज़्यादा इमोशनल अवेयर क्यों हो रही है
1. इमोशन्स पर खुलकर बात करने की आदत
जेनरेशन Z के लिए अपनी भावनाओं को दबाने के बजाय उन्हें पहचानना ज़्यादा ज़रूरी है। दुख, गुस्सा, डर या उलझन जैसी भावनाओं को अपने अंदर रखने के बजाय, वे उनके बारे में बात करना पसंद करते हैं। सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की वजह से अब उनके पास अपने अनुभव को शेयर करने और यह समझने की जगह है कि वे अकेले नहीं हैं।
2. मेंटल हेल्थ को लेकर बढ़ती समझ
आज की Gen Z पहले से कहीं ज़्यादा मेंटल हेल्थ के बारे में जागरूक है। वे स्ट्रेस, एंग्जायटी और बर्नआउट जैसी समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं। थेरेपी, काउंसलिंग और सेल्फ-केयर जैसे शब्द अब उनके लिए अनजान नहीं हैं। इससे उन्हें अपनी भावनाओं को समझने और मैनेज करने में मदद मिलती है।
3. रिश्तों में क्लैरिटी की ज़रूरत
जेन Z रिश्तों में गलतफहमी और अनसुलझी समस्याओं से दूर रहना चाहती है। इसी वजह से उन्हें बाउंड्री, ग्रीन फ्लैग और रेड फ्लैग जैसे आइडिया पसंद हैं। उन्हें पता है कि किसी भी रिश्ते को खुशहाल बनाने के लिए आपसी सम्मान और एक-दूसरे की भावनाओं को समझना ज़रूरी है। इस तरह की सोच की वजह से वे ज़्यादा इमोशनली अवेयर हो जाते हैं।
4. सोशल मीडिया का डबल असर
सोशल मीडिया ने जहाँ एक तरफ़ तुलना और प्रेशर बढ़ाया है, वहीं दूसरी तरफ़ इमोशनल अवेयरनेस भी बढ़ाई है। लोग अपनी जर्नी को शेयर करने के लिए स्टोरीज़, पोस्ट्स और वीडियोज़ का इस्तेमाल करते हैं। Gen Z को अब अलग-अलग इमोशनल अनुभवों को समझने और अपनी भावनाओं को पहचानने का मौका मिला है।
5. खुद को प्राथमिकता देना
Gen Z दूसरों को खुश करने की कोशिश में खुद को थकाने के बजाय अपनी इमोशनल ज़रूरतों को पहले रखते हैं। वे सेल्फ-अवेयरनेस और सेल्फ-केयर की ज़रूरत को समझते हैं। इसी वजह से वे "ना" कहना, ब्रेक लेना और अपने लिए आवाज़ उठाना सीख रहे हैं। आज की जेन Z की इमोशनल इंटेलिजेंस दिखाती है कि यह जेनरेशन न सिर्फ़ आगे बढ़ रही है, बल्कि अंदर से भी मज़बूत हो रही है।
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