जब लड़की 'घर देर से लौटे' तो सवाल क्यों होते हैं?

जब लड़की देर से घर लौटती है, तो सवाल होने की बात एक आम समस्या है जो अक्सर लड़कियों के लिए एक चुनौती बन जाती है। माता-पिता या परिवार के सदस्यों को अपनी बेटी की सुरक्षा की चिंता हो सकती है, खासकर रात के समय या अकेले यात्रा करने पर।

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Shivalika Srivastava
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night Travel ( m.rediff.com)

Photograph: (File Image )

Why Women Are Questioned On Returning Home Late?: जब लड़की देर से घर लौटती है, तो सवाल होने की बात एक आम समस्या है जो अक्सर लड़कियों के लिए एक चुनौती बन जाती है। माता-पिता या परिवार के सदस्यों को अपनी बेटी की सुरक्षा की चिंता हो सकती है, खासकर रात के समय या अकेले यात्रा करने पर। समाज में अक्सर लड़कियों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने घर में रहें और रात के समय बाहर न जाएं। इससे लड़कियों पर अनावश्यक दबाव पड़ सकता है। कुछ परिवारों में पारंपरिक मूल्य और मान्यताएं होती हैं जो लड़कियों को देर से घर लौटने पर सवाल करने के लिए प्रेरित करती हैं।

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जब लड़की 'घर देर से लौटे' तो सवाल क्यों होते हैं?

आइए जानते हैं कि लड़की के घर देर से लौटने पर सवाल क्यों होते हैं 

1.सुरक्षा की चिंता

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माता-पिता या परिवार के सदस्यों को अपनी बेटी की सुरक्षा की चिंता हो सकती है, खासकर रात के समय या अकेले यात्रा करने पर। उन्हें लगता है कि देर से घर लौटने से उनकी बेटी को खतरा हो सकता है, जैसे कि अपराध या दुर्घटना।

2.सामाजिक अपेक्षाएं

समाज में अक्सर लड़कियों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने घर में रहें और रात के समय बाहर न जाएं। इससे लड़कियों पर अनावश्यक दबाव पड़ सकता है और उन्हें अपने जीवन को सीमित करना पड़ सकता है।

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3.पारंपरिक मूल्य

कुछ परिवारों में पारंपरिक मूल्य और मान्यताएं होती हैं जो लड़कियों को देर से घर लौटने पर सवाल करने के लिए प्रेरित करती हैं। इन मूल्यों के अनुसार, लड़कियों को अपने घर में रहना चाहिए और अपने परिवार की देखभाल करनी चाहिए।

4.विश्वास की कमी

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कभी-कभी माता-पिता या परिवार के सदस्यों को अपनी बेटी पर विश्वास नहीं होता है, जिससे वे उनकी गतिविधियों पर सवाल करते हैं। इससे लड़कियों को लगता है कि उन्हें अपने निर्णय लेने की स्वतंत्रता नहीं है।

5.संवाद की कमी

अक्सर माता-पिता और लड़कियों के बीच संवाद की कमी होती है, जिससे सवाल और चिंताएं बढ़ जाती हैं। अगर माता-पिता और लड़कियों के बीच खुलकर बातचीत हो, तो शायद सवाल कम हो सकते हैं और विश्वास बढ़ सकता है।

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