Importance Of Selftime :महिलाओं को समझना चाहिए कि दिनभर में उन्हें स्वयं के लिए वक्त निकालना चाहिए इससे होने वाले बहुत फायदे हैं सुखी दिनचर्या विकास की राह बेफिक्री एवं एवं यह जानना कि उनकी असली जरूरत है क्या है महिलाएं दिनभर गृह कार्य में लगी रहती हैं और अगर ऑफिस वर्किंग वुमन है तो गृह कार्य भी और घर की जिम्मेदारियां भी इन सब के बीच खुद स्वयं के लिए वक्त निकालना थोड़ा कठिन है मगर निकालना चाहिए।
महिलाएं जानें स्वयं के लिए समय निकालने के फायदे
1. सुखी दिनचर्या
अगर महिलाएं स्वयं के लिए समय निकालेंगे तो उन्हें सुखी दिनचर्या अनुभव होगा, की दिन भर में प्रेशर के साथ जिंदगी जीना बहुत कठिन है हम एक के बाद एक काम ही करते जाते हैं हमारे दिमाग में आगे कौन सा काम करना है इसका विचार चलते रहता है इसलिए हमारे दिन में हमें चिड़चिड़ापन आदि हो जाता है अगर हम दिन भर की दिनचर्या इस तरह बनाते हैं कि हमें कुछ समय अपने स्वयं के लिए मिले जिसमें हम स्वयं पर विचार कर सके या कोई भी वह कार्य कर सके जो हमारे मन को शांत करें या फिर हमारा मनपसंद हो।
2. बेफिक्री
चिंता छोड़कर बेफिक्री से जीवन जिन महिलाओं को आना चाहिए नहीं तो जिम्मेदारियां के बोझ के नीचे तो दुनिया ने उन्हें रखा ही है स्वयं को प्राथमिकता देना उन कार्यों की चिंता ना करना जो कठिन है उनके बारे में या फिर उनके बारे में ध्यान से सोचना बेफिक्री के वक्त में महिलाओं को जानना चाहिए थोड़ी सी बेफिक्री स्वार्थ नहीं होती वह दिन भर अपने परिवार के पीछे लगी रहती हैं साथी ऑफिस भी संभाल लेती हैं और सभी चिताओं के साथ जीवन जीना उनकी आदत बन जाता है उन्हें सीखना चाहिए थोड़ी बेफिक्री।
3. विकास
जब महिलाएं स्वयं के लिए थोड़ा वक्त निकालेंगे तो वह अपने बारे में बेहतर सोच सकेंगे दिन भर के कार्यों को छोड़कर कुछ नया सो पाएंगे और नई सोच विकास को हमेशा जन्म देने का कार्य करती है वह अपने बारे में सोचेंगे तो अपना अच्छा भला बुरा सब देख परख कर सो पाएंगे कि आगे बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए जो कार्य उन्हें दिया गया है इस कार्य में फंसकर आगे बढ़ना संभव है इसलिए कुछ नया सोने के लिए स्वयं के बारे में सोचना चाहिए स्वयं के लिए वक्त निकाल कर।
4. जीवन जीने की अनेक कलाएं
जीवन जीने की अनेक कलाएं होती हैं कुछ हमें पता है कुछ अभी अनजान है सभी को जानना जिसे आ जाए उसके लिए कठिन कठिन नहीं बचता महिलाएं अपने लिए समय निकलेगी तो जीवन जीने की अनेक कलाएं सीखेंगे सीखेंगे उन्हें पता होगा कि वह किस चीज में अच्छी है किस किस चीज में बुरी है उन्हें क्या करना अच्छा लगता है क्या करना बुरा लगता है थोड़ा बहुत अपने बारे में सोचना गलत बात नहीं है अगर हम अपने बारे में नहीं सोचते हैं एडजस्ट करते जाते हैं करते जाते हैं तो दुनिया हमारा फायदा उठा लेगी और हमें पता भी नहीं चलेगा।
5. स्वयं की जरूरतें
स्वयं की जरूरत तो पर ध्यान देना महिलाओं को आना चाहिए ग्रहणियों में यह गुण विशेषताएं देखा जाता है कि वह स्वयं की जरूरत पर ध्यान नहीं देती उन्हें चाहिए कि वह स्वयं को देखकर स्वयं की जरूरत पर ध्यान दें कि उन्हें क्या करना चाहिए जिससे उनका विकास हो क्या कमी है उनमें और क्या खूबी है जिसका वह फायदा ले सकते हैं अगर वह अच्छा खाना पका सकती हैं तो वह रेसिपी बुक भी लिख सकती है अगर भी कुछ अच्छा लिख सकती हैं अगर भी अच्छा लिख सकती है तो भी लेखक भी बन सकती हैं इसलिए स्वयं की जरूरत पर ध्यान देने के लिए जरूरी है अपने गुण और अवगुण निहारना जो भी चीज आपको अच्छी लगती है उसे लेना चाहिए उसे पर आपका अधिकार है अगर सब के लिए घर पर कुछ आ रहा है तो आपको भी कुछ मांगना चाहिए यह एडजस्ट करने का जुनून है उसे थोड़ा साइड में रखकर स्वयं की जरूरत पर ध्यान देना चाहिए।