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"वर्क फ्रॉम होम" - कैसे बनाएं अपने लिए "वर्क स्पेस "

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Swati Bundela
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आजकल केवल यह तीन शब्द बड़े ही प्रचलित हैं, "वर्क फ्रॉम होम" । लेकिन सही मायने में देखा जाये तो सुनने में जितना यह अच्छा लगता है, इसे निभाना उतना ही कठिन। महिलाएं घर से काम करें या फिर ऑफिस में, परिवार को सम्भालतें हुए और उसी वक़्त अपने करियर पर ध्यान देकर आगे बढ़ती हैं जो एक मुश्किल काम हैं पर नामुमकिन नहीं !

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यह बात सच हैं की ऑफिस में वह काम का माहौल मिल जाता हैं, लेकिन आप घर में रहते हुए वह माहौल कैसे बनाएं, इस लेखन के द्वारा में आप सबको यह बताना चाहती हूँ की यह मुमकिन हैं.

आइए बात करतें हैं कैसे :

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१. पहली बात जो सबसे ज़रूरी हैं आपका घर में एक अलग से "वर्क स्टेशन" होना चाहिए । ज़रूरी नहीं की वह एक बड़ी जगह ही हो, लेकिन एक ऐसी जगह जहाँ कुछ घंटे शान्ति से काम कर सकें।



२. अपने काम का रिकॉर्ड रखने के लिए एक स्टेशनरी किट टेबल पे रखें ताकि ज़रूरत पड़ने पर आपको चीज़ें ढूढ़नी न पड़े ।
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३. जीवन में हमें कभी प्रेरणादायक शब्दों की आवश्यकता होती ही है, अपने "वर्क स्पेस' के आस पास कुछ   सकारात्मक रूप वाले चित्र या पोस्टर लगाएं ।

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४.यदि आपने अपने भविष्य के लिए कुछ सपने संजोये हैं तो वह एक "विज़न बोर्ड" के रूप में अपने "वर्क स्टेशन" के सामने लगाएं ताकि आपका लक्ष्य आपके सामने रहे ।



५.अगर आप किताबें पढ़ना पसंद करतें हैं तो कुछ पसंदीदा पुस्तक टेबल पे रखें । काम के बीच कभी अंतराल लेने का मन हो तो १५-२० मिनिट के लिए आप किताब पढ़ें, फिर वापस होने काम पे लग जाएं।
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६.बहुत ज़रूरी है की आप अपना वर्क स्पेस साफ़ रखें, काम करने में मज़ा आता है।

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७. महिलाओं का एक बड़ा समर्थन उनके परिवार से आता है, आप अपना एक पारिवारिक फोटो छोटे फ्रेम में लगा सकतें हैं।



८. अपने "वर्क स्पेस" की कोई भी चीज़ कहीं और न रखें।
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९. सजावट के लिए आप एक छोटा सा पौधा भी रख सकतें हैं ।



१०. काम के समय खुद को शांत करने के लिए आप अपने मनचाहे गीत धीमी आवाज़ में सुनिए ताकि काम का मज़ा बना रहे।



यहाँ जितनी भी बातें मैंने आपसे कही है, मैं भी उन्ही बातों का पालन करती हूँ और यही विचार मेरे लिए काम करते हैं। आप उन विचारों का पालन कीजिये जो आपको ठीक लगें। जिस दिन से मैं फ्रीलांसिंग के क्षेत्र में आयी, उसी दिन मैंने तय किया की मैं एकअपना वर्क टेबल बनाऊँगी जहाँ मैं अपने काम के कुछ घंटे बिता सकूं। यहीं चंद लम्हे मुझे अपने लिए आनंद और बाकी के दिन के लिए सुकून देतें हैं । सफलता पाने के लिए कोई छोटा रास्ता नहीं होता कुछ कोशिशें करनी पड़ती हैं और यही कोशिशें आगे जाके कामयाब होती हैं। अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में आप यह बदलाव करके देखिये, आपके मन को बहुत ही अच्छा लगेगा।



कावेरी पुरन्धर शीदपीपल.टीवी के साथ आउटरीच सम्पादक हैं
#फेमिनिज्म
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