/hindi/media/media_files/2025/05/14/PXbxPdePZWFWEnusrQAU.jpg)
Photograph: (Freepik)
How Less Marks in Exams don't Decide Your Potential: परीक्षा में कम नंबर आने से अक्सर बच्चे घबरा जाते हैं और अपने आप को असफल महसूस करने लगते हैं। लेकिन यह समझना महत्वपूर्ण है कि परीक्षा के नंबर ही आपकी योग्यता और क्षमता को नहीं दर्शाते हैं।आपकी प्रतिभा, कौशल और मेहनत को पहचानने और विकसित करने के लिए कई अन्य अवसर होते हैं। कम नंबर आने पर भी आप अपने कमजोर क्षेत्रों पर काम कर सकते हैं और अगली बार बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच के साथ आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास कर सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
Exams में आए हैं कम नंबर लेकिन घबराएं नहीं क्योंकि यह आपको तय नहीं करते
आइए जानते हैं क्यों Exam में आए कम मार्क्स आपको तय नहीं करते
1. योग्यता की परिभाषा
Exam में कम नंबर आने पर दुखी होना स्वाभाविक है परंतु हमें इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि यह नंबर हमारी योग्यता को नहीं दर्शाते। विश्व भर में ऐसे अनेक उदाहरण हैं जो कि बहुत सी परीक्षाओं में उत्तीर्ण नहीं हुए लेकिन फिर भी सामाज में उनका बहुत नाम है। इसका सीधा सा कारण है उनकी योग्यता। वे भले ही पढ़ाई में उतने अच्छे ना रहे हों लेकिन योग्यता से भरपूर थे।
2. प्रतिभा की विविधता
जिस प्रकार हाथ की सभी उंगलियां एक बराबर नहीं होती उसी प्रकार हर इंसान एक समान नहीं होता। हमें यह बात समझनी होगी कि हर व्यक्ति की अपनी रुचि और कौशल होते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि यदि कोई व्यक्ति पढ़ाई में अच्छा नहीं है तो वह किसी भी चीज़ के योग्य नहीं है। वो किसी अन्य चीज़ में अवश्य अच्छा होगा।
3. मेहनत सबसे अधिक महत्वपूर्ण
मेहनत कभी भी बेकार नहीं जाती। यदि मेहनत करने के बाद भी आपके नंबर अच्छे नहीं आए तो आपको निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि मेहनत का फल अवश्य मिलता है। वास्तविकता में एक मेहनती व्यक्ति ही संसार का सबसे सफल व्यक्ति होता है और मेहनत का परिमाण रिजल्ट से नहीं लगाया जा सकता।
4. मार्क्स नहीं, ज्ञान महत्वपूर्ण
व्यक्ति के मार्क्स से ज्यादा उसका ज्ञान महत्वपूर्ण होता है। मार्क्स सिर्फ एक किताब को याद कर के मिल सकते हैं लेकिन ज्ञान प्राप्ति के लिए व्यक्ति को मेहनत और परिश्रम करना पड़ता है। आज के युग में मार्क्स से ज्यादा ज्ञान का महत्व है।
5. सीखने का अवसर
यदि हमारे नंबर कम आते हैं तो हमें उन्हें failure की तरह ना देखकर learning opportunity की तरह लेना चाहिए। इस असफलता को एक चुनौती की तरह लेकर और इस बार क्या कमी रह गई थी उसमें सुधार करते हुए और अधिक प्रयास करना चाहिए।