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क्रिकेट का नाम आते ही हर भारतीय अपने आप गर्व का अनुभव महसूस करता है. भारतीय पुरुष टीम ने हमें जहां भारत ने एक से एक ख़िलाड़ी दिये है वही महिला टीम भी किसी से कम नही रही है. आज हम बात कर रहे है भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मौजूदा कप्तान मिथाली राज की.
मिथाली राज क्रिकेट में आईसीसी वनडे रैंकिंग में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है. उन्होंने श्रीलंका में चल रही सीरिज़ में शानदार प्रदर्शन किया था जिसकी बदौलत वह यह स्थान पा पाई. भारत ने यह सीरिज 2-1 से जीत ली थी. सीरिज़ से पहले मिताली सातवें स्थान पर थी. लेकिन उन्होंने इस दौरे में 177 रन बनायें और फाइनल में शतक मारा.
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मौजूदा कप्तान मिताली राज ने 19 साल की उम्र में ही टीम के लिये कमाल कर दिया था. उन्होंने उस वक्त 214 रन इंग्लैड के खिलाफ टाउनटन टेस्ट में बनाये थे. बीच में बैंटिग करने वाली मिताली राज के नाम पर अब तक का महिलाओं को दूसरा सबसे ज्यादा रन का रिकार्ड है उन्होंने 242 रन वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ मार्च 2004 में बनायें थे.
मिथाली ने कई बार मुश्किल में फंसी भारतीय टीम को अपने प्रदर्शन ने बचाया है. वह न सिर्फ उम्दा बैटिंग करती है बल्कि अपनी लेग स्पिन से भी सामने वाली टीम के हौसले पस्त कर देती है. मई 2008 में उन्होंने भारत को चौथी बार एशिया कप में जीत दिलवाई और उसी दौरान उन्होंने अपने 3000 रन भी पूरे किये.
वे उसी हैदराबाद से ताअल्लुक़ रखती है जहां से सायना नेहवाल और सानिया मिर्जा आती है. हम यह कह सकते है कि मिताली उस जगह से आती है जिस शहर ने देश की नामी गिरामी महिला खिलाड़ी देश को दिया है.
वे , दक्षिण भारतीय परिवार से आती है और अपने परिवार में वही एक है जिन्होंने खेल को अपने करियर के तौर पर चुना. वह भारतीय टीम की ढाल है जिन पर देश हर सीरिज़ में भरोसा कर सकता है.
मिथाली राज क्रिकेट में आईसीसी वनडे रैंकिंग में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है. उन्होंने श्रीलंका में चल रही सीरिज़ में शानदार प्रदर्शन किया था जिसकी बदौलत वह यह स्थान पा पाई. भारत ने यह सीरिज 2-1 से जीत ली थी. सीरिज़ से पहले मिताली सातवें स्थान पर थी. लेकिन उन्होंने इस दौरे में 177 रन बनायें और फाइनल में शतक मारा.
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मौजूदा कप्तान मिताली राज ने 19 साल की उम्र में ही टीम के लिये कमाल कर दिया था. उन्होंने उस वक्त 214 रन इंग्लैड के खिलाफ टाउनटन टेस्ट में बनाये थे. बीच में बैंटिग करने वाली मिताली राज के नाम पर अब तक का महिलाओं को दूसरा सबसे ज्यादा रन का रिकार्ड है उन्होंने 242 रन वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ मार्च 2004 में बनायें थे.
मिथाली ने कई बार मुश्किल में फंसी भारतीय टीम को अपने प्रदर्शन ने बचाया है. वह न सिर्फ उम्दा बैटिंग करती है बल्कि अपनी लेग स्पिन से भी सामने वाली टीम के हौसले पस्त कर देती है. मई 2008 में उन्होंने भारत को चौथी बार एशिया कप में जीत दिलवाई और उसी दौरान उन्होंने अपने 3000 रन भी पूरे किये.
वे उसी हैदराबाद से ताअल्लुक़ रखती है जहां से सायना नेहवाल और सानिया मिर्जा आती है. हम यह कह सकते है कि मिताली उस जगह से आती है जिस शहर ने देश की नामी गिरामी महिला खिलाड़ी देश को दिया है.
“क्रिकेट ने मुझे सिखाया है कि जिंदगी में आने वाले उतार-चढ़ाव के बीच भी हमें अपना आत्मविश्वास नही खोना चाहियें.” - मिथाली राज
वे , दक्षिण भारतीय परिवार से आती है और अपने परिवार में वही एक है जिन्होंने खेल को अपने करियर के तौर पर चुना. वह भारतीय टीम की ढाल है जिन पर देश हर सीरिज़ में भरोसा कर सकता है.