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सनी
शीदपीपल की विचार संपादक किरण मनराल ने सनी लियॉन से अनेक मुद्दों पर बात करी जैसे - मात्रतव, ट्रोलिंग, उनका बचपन और आतंरिक जीवन.
नारीवाद के विषय में उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा वही किया है जो मुझे ठीक लगा. मेरे लिए नारीवाद का अर्थ हैं, वह सब करने में सक्षम होना जो आप करना चाहते हो. मुझे लगता है नारीवाद मेरे व्यक्तित्व का एक अहं हिस्सा इसलिए हैं क्योंकि मैं एक ऐसे घर में पैदा हुई हूँ जहाँ लैंगिक भेद भाव नहीं था. मेरे घर में मेरी माँ और पापा - दोनों ही खाना पकाते थे. मुझे लगता है महिलाओं को आत्मसम्मान की भावना का एहसास घर से ही होता हैं. "
अपनी बायोपिक के लिए उन्हें अपने जीवन के कुछ खट्टे मीठे पल याद करने पड़े, जो उनके लिए एक दर्दनात्मक अनुभव था. उनके माता-पिता कैंसर से पीड़ित थे और कुछ समय बाद उनका निधन हो गया था.
ट्रोलिंग के विषय में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ट्रॉल्स को अपने सोशल मीडिया पेज से दूर रखने के लिए वह उन्हें ब्लॉक कर देती हैं.
उनके अनुसार महिलाएं तभी अपनी आवाज़ उठा सकेंगी जब वह अपनी कहानियों के साथ बाहर आने का प्रयत्न करेंगी. हम सनी लियॉन की हिम्मत को सलाम करते है और आशा करते है कि वह सदा सफलता की सीढ़ी चढ़ती रहें और नारीवाद का सन्देश फैलाती रहें
लियॉन को एक ही स्वरुप में देखते हैं - एक पोर्नस्टार जो अब बॉलीवुड फिल्मों में काम करती है. इनमें से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो उन्हें उनकी करियर चॉइस के कारण पसंद नहीं करते. अपनी बोल्ड फिल्मों के कारण उनके लिए भारतियों के दिल में अपनी जगह बनाना एक कठिन अनुभव रहा हैं. दिलचस्प बात यह है कि हम अपने परिपेक्ष्य को विस्तृत करके कभी यह नहीं सोचते कि लोगों के व्यक्तित्व के अलग अलग पहलू होते हैं. उनका काम केवल उनके जीवन का एकमात्र पहलू होता हैं. क्या आप उनके बचपन के विषय में कुछ जानते हैं? उन्हें अपने जीवन में स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ा. एडल्ट फिल्मों में काम करने के पीछे उनकी क्या वजह रही होगी, क्या आपको इसका ज्ञात हैं? हम क्यों उनके निजी जीवन में उन्हें जाने बिना उन्हें नकार सकते है? बॉलीवुड अभिनेत्री होने के साथ साथ वह एक माँ भी हैं जो हर सामान्य माँ कि तरह अपने बच्चे को दुनिया की हर ख़ुशी देना चाहती हैं. जब उनमें और अन्य लोगों में इतनी समानताएं हैं, तो उनके खिलाफ इतना विरोध क्यों?शीदपीपल की विचार संपादक किरण मनराल ने सनी लियॉन से अनेक मुद्दों पर बात करी जैसे - मात्रतव, ट्रोलिंग, उनका बचपन और आतंरिक जीवन.
नारीवाद की परिभाषा
नारीवाद के विषय में उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा वही किया है जो मुझे ठीक लगा. मेरे लिए नारीवाद का अर्थ हैं, वह सब करने में सक्षम होना जो आप करना चाहते हो. मुझे लगता है नारीवाद मेरे व्यक्तित्व का एक अहं हिस्सा इसलिए हैं क्योंकि मैं एक ऐसे घर में पैदा हुई हूँ जहाँ लैंगिक भेद भाव नहीं था. मेरे घर में मेरी माँ और पापा - दोनों ही खाना पकाते थे. मुझे लगता है महिलाओं को आत्मसम्मान की भावना का एहसास घर से ही होता हैं. "
वह कहती है कि मातृत्व उनके जीवन का सबसे खूबसूरत पहलु है और वह पूरी कोशिश करती है कि उनकी बेटी सुरक्षित रहे. इसके लिए वो खुद को भी स्वस्थ रखती हैं.
बायोपिक
अपनी बायोपिक के लिए उन्हें अपने जीवन के कुछ खट्टे मीठे पल याद करने पड़े, जो उनके लिए एक दर्दनात्मक अनुभव था. उनके माता-पिता कैंसर से पीड़ित थे और कुछ समय बाद उनका निधन हो गया था.
ट्रोलिंग
ट्रोलिंग के विषय में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ट्रॉल्स को अपने सोशल मीडिया पेज से दूर रखने के लिए वह उन्हें ब्लॉक कर देती हैं.
महिला सशक्तिकरण
उनके अनुसार महिलाएं तभी अपनी आवाज़ उठा सकेंगी जब वह अपनी कहानियों के साथ बाहर आने का प्रयत्न करेंगी. हम सनी लियॉन की हिम्मत को सलाम करते है और आशा करते है कि वह सदा सफलता की सीढ़ी चढ़ती रहें और नारीवाद का सन्देश फैलाती रहें