बिजनेस जर्नलिस्ट शिरीन भान की सफलता के तीन मंत्र

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Swati Bundela
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आप की महान सोच के कोई मायने नही रह जाते अगर लोग उसे समझ न पायें और इसका मतलब है कि एक स्पष्ट उद्देश्य पेश करना जो आपके मिशन की ही परिभाषित नहीं करें बल्कि आपकी कार्य योजना भी परिभाषित करें- शिरीन भान


स्वीकार


"वायुसेना की पृष्ठभूमि से आने की वजह से यह होता था कि हर दो साल में  हमें अपना बैग को पैक करना होता था और अलविदा कहना होता था. और फिर से शुरूआत करनी होती थी. उसका पहला ए उस निरंतर परिवर्तन – स्वीकृति(एक्सेपटेंस) से उत्पन्न होता है. "परिवर्तन कभी आसान नहीं था और इसका मतलब नए स्कूल, नए दोस्त और खुद को बार-बार साबित करना था. बहुत सारी चिंतायें थी लेकिन एक बार जब वास्तविकता का सामना हुआ तो मैंने इसके साथ दोस्ती करना सीखा और इसमें एडजस्ट करना सीख लिया. इस प्रारंभिक प्रशिक्षण का असर यह हुआ कि मुझे इसका फायदा अपने प्रोफेशनल करियर में भी हुआ. इसने मुझे लचीला और बहुमुखी प्रतिभा का बना दिया."
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हम सभी में कमजोरियां होती हैं लेकिन अपने डर को सुधार के लिए उपयोग करें - शिरीन भान


अनुकूल क्षमता


"मेरा मानना है कि सफलता का सीधा संबंध अपनी क्षमता को नई जगहों पर उसे अनुकूल बनाने से है. अपनी पूरी क्षमता से काम करना महत्वपूर्ण है और मुझे यह लगता है कि हमें अपने आप को बंधना नही चाहियें बल्कि पूरी ताक़त से उड़ान भरनी चाहिये.

डर और आत्म-संदेह को मैं भी महसूस करती हूं लेकिन मेरे दिमाग़ ने इसे दूर करने के नए तरीकों के बारे में भी बताया है- शिरीन भान

पंक्तियोजना(ऐलाइनमेंट)


"एक लीडर के रुप में मेरी प्राथमिकता यह है कि मेरी टीम न सिर्फ एक निश्चित दिशा में जायें बल्कि वह उस दिशा को पूरी तरह से अपने कब्ज़े में ले ले." वही कहती है, योजना का  क्रियान्वयन बहुत महत्वपूर्ण है.  आप की महान सोच के कोई मायने नही रह जाते अगर लोग उसे समझ न पायें और इसका मतलब है कि एक स्पष्ट उद्देश्य पेश करना जो आपके मिशन की ही परिभाषित नहीं करें बल्कि आपकी कार्य योजना भी परिभाषित करें

मजबूत पत्रकार नैतिकता और सिद्धांतों से बने होते हैं. हमें सीखना है कि हम भान के निरंतर प्रयास से कैसे गुणवत्ता वाला काम कर सकते है. इन विचारों ने मुझे निश्चित रूप से बेहतर होने और अधिक ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया है.