केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने मंगलवार को टीचर्स के साथ हुई एक मीटिंग में कहा है कि कक्षा 10वीं और 12वीं की C.B.S.E बोर्ड परीक्षा जनवरी और फरवरी में न होकर, बाद में होंगे। अभी उनकी तरफ़ से एग्जाम डेट को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गयी है।
"CBSE बोर्ड एग्जाम्स घटे हुए सिलबस पर होंगे। साथ ही exam में 33% इंटरनल चॉइस होगा। सिलबस का 30% घटा दिया गया है। कुछ स्टेट्स ने इसकी घोषणा कर दी है, बाकी बचे हुए भी जल्द ही घोषणा करेंगे।", शिक्षा मंत्री ने एक ऑनलाइन बात चीत में कहा जहाँ वो CBSE बोर्ड एग्जाम्स से जुड़े सवालों के जवाब दे रहे थे, जैसे कि एग्जाम ऑनलाइन होंगे या ऑफ़लाइन। उन्होंने ट्विटर पर पूछे गए टीचर्स के सवालों को भी एड्रेस किया।
ये अकादमिक सेशन ऑनलाइन होने की वजह से स्टूडेंट्स और टीचर्स के मन में बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित काफी सारे डाउट्स थे। शिक्षा मंत्री ने ये साफ़ किया है कि सभी बच्चों के पास इंटरनेट की सुविधा न होने की वजह से एग्जाम्स ऑफलाइन मोड में ही करवाये जाएँगे। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि पैनडमिक के समय में हर बच्चे को क्वालिटी एजुकेशन देने की पूरी कोशिश की जा रही है।
बोर्ड एग्जाम्स के अलावा, स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल्स और प्री-बोर्ड्स के लिए भी परेशान थे। प्री-बोर्ड्स ऑनलाइन मोड में होंगे . हालाँकि CBSE ने ऑफलाइन मोड में प्री-बोर्ड करवाने की घोषणा की है . प्रैक्टिकल्स को लेकर उन्होंने एक पुरानी बात चीत में ये बता दिया था कि अगर अगर स्कूलें ऐसे ही बन्द रहती हैं तो इसका उपाय सोचा जाएगा इसलिए पैरेंट्स, टीचर्स और स्टूडेंट्स को परेशान होने की ज़रूरत नहीं है।
ये वेबिनार 17 डिसेंबर को होने वाला था लेकिन कोरोना वायरस के बीच टीचर्स के ओवर वेल्मिंग रेस्पोंस को देख कर इसे पोस्टपोन कर दिया गया। इसी कोरोना वायरस की वजह से ज्यादतर स्कूलें मार्च से बन्द हैं।