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Photograph: (File Image )
Why always Women are Expected to Take Care of Child: महिलाओं से ही सिर्फ बच्चे की देखभाल की अपेक्षा की जाती है, क्योंकि पारंपरिक रूप से महिलाओं को घरेलू और परिवारिक जिम्मेदारियों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। यह अपेक्षा समाज में लिंग भूमिकाओं के कारण होती है, जिसमें महिलाओं को मातृत्व और देखभाल की भूमिका के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसके अलावा, पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अक्सर अधिक देखभाल करने वाली और सहानुभूतिपूर्ण माना जाता है, जिससे उन्हें बच्चे की देखभाल के लिए अधिक उपयुक्त माना जाता है। हालांकि, यह अपेक्षा महिलाओं को अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों और करियर को आगे बढ़ाने में बाधा उत्पन्न कर सकती है और पुरुषों को भी अपने बच्चों के साथ जुड़ने के अवसरों से वंचित कर सकती है।
क्यों महिलाओं से ही सिर्फ बच्चे की देखभाल की अपेक्षा की जाती है?
आइए जानते हैं क्यों हमेशा महिलाओं से ही बच्चे की देखभाल की अपेक्षा की जाती है
1.पारंपरिक लिंग भूमिकाएं
पारंपरिक रूप से महिलाओं को घरेलू और परिवारिक जिम्मेदारियों के लिए जिम्मेदार माना जाता है, जिसमें बच्चे की देखभाल भी शामिल है। यह अपेक्षा समाज में लिंग भूमिकाओं के कारण होती है।
2. मातृत्व की भूमिका
महिलाओं को मातृत्व की भूमिका के लिए उपयुक्त माना जाता है, जिसमें बच्चे की देखभाल और पालन-पोषण शामिल है। यह अपेक्षा महिलाओं को अपनी मातृत्व की भूमिका को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है।
3.पुरुषों की अनुपस्थिति
अक्सर पुरुष बच्चे की देखभाल में भाग नहीं लेते हैं, जिससे महिलाओं पर अधिक जिम्मेदारी आ जाती है। यह अनुपस्थिति महिलाओं को बच्चे की देखभाल के लिए अधिक जिम्मेदार बनाती है।
4.सामाजिक दबाव
समाज में महिलाओं पर दबाव होता है कि वे अपने बच्चों की देखभाल करें और उनकी जरूरतों को पूरा करें। यह दबाव महिलाओं को अपनी व्यक्तिगत पसंद और आवश्यकताओं को नजरअंदाज करने के लिए मजबूर कर सकता है।
5.लिंग भेदभाव
लिंग भेदभाव के कारण महिलाओं को अक्सर घरेलू और परिवारिक जिम्मेदारियों के लिए अधिक जिम्मेदार माना जाता है, जबकि पुरुषों को आर्थिक जिम्मेदारियों के लिए अधिक जिम्मेदार माना जाता है। यह भेदभाव महिलाओं को अपनी व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में आगे बढ़ने में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
इन कारणों को दूर करने के लिए समाज में लिंग भूमिकाओं और अपेक्षाओं को बदलने की आवश्यकता है, ताकि महिलाएं और पुरुष दोनों समान रूप से बच्चे की देखभाल में भाग ले सकें।