Happiness Hormones: महिलाएं जानें डोपामाइन और सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ाने के ये 5 नेचुरल तरीके

हमारे खुश रहने में केवल हमारा मन और बाहरी चीजें ही नहीं बल्कि हमारे हार्मोन भी एक जरूरी भूमिका निभाते हैं और इन हार्मोन का शरीर में स्तर अच्छा रखने के लिए कुछ उपाय आप कर सकती हैं।

author-image
Kirti Sirohi
New Update
Happiness Hormones

Photograph: (Freepik)

Women Should Know These 5 Natural Ways To Increase Dopamine and Seratonin Hormones: डोपामाइन और सेरोटोनिन जिन्हें "हैप्पीनेस हार्मोन" कहा जाता है और ये हार्मोन हमें खुश रहने में मदद करते हैं क्योंकि ये हमारे मूड को अच्छा करके तनाव को कम करते हैं। शरीर में जब यह हार्मोन संतुलित रहते हैं तो महिलाएं ज्यादा सकारात्मक, ऊर्जावान, खुश और शांत महसूस करती हैं और उनमें तनाव भी कम होता है लेकिन आज के समय में शरीर में तनाव और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण इन हार्मोन्स का स्तर कई बार कम हो जाता है जिससे चिड़चिड़ापन, उदासी और मानसिक थकान महसूस होती है। लेकिन कुछ चीजों को अपनाकर और प्राकृतिक रूप से शरीर में सेराटोनिन और डोपामिन के स्तर को बढ़ा सकती हैं।

Advertisment

हैप्पीनेस हार्मोन को बढ़ाने के प्राकृतिक तरीके

ट्रिप्टोफैन और टायरोसिन डाइट लें

अगर महिलाएं अपने आहार में ट्रिप्टोफैन जो कि एक अमीनो एसिड है, युक्त पदार्थ जिनमें डेयरी उत्पाद यानि दूध, पनीर और इसके अलावा ओट्स, डार्क चॉकलेट, खजूर, सोयाबीन, बादाम, सीड्स आदि शामिल करने से सेराटोनिन हार्मोन का उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है और वहीं टायरोसिन वाली डाइट जिसमें नट्स और ड्राई फ्रूट्स, अलसी के बीज, तिल आदि खाएं तो ये डोपामिन का स्तर शरीर में बढ़ता है। 

Advertisment

दिनचर्या में एक्सरसाइज शामिल करें

शारीरिक गतिविधि सिर्फ न केवल शरीर के लिए बल्कि दिमाग की सेहत के लिए भी बेहद जरूरी होती है। महिलाएं जब एक्सरसाइज करती हैं तो उनके शरीर में एंडोर्फिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है जिससे मन अच्छा होता है और तनाव भी कम होता है। रनिंग, योग, डांस या अन्य शारीरिक गतिविधियां करने से ब्रेन में "रिवार्ड सेंटर" एक्टिव होता है, जिससे महिलाएं खुश और आत्मविश्वासी महसूस करती हैं।

मेडिटेशन करें और म्यूजिक सुनें

Advertisment

मेडिटेशन करने से हमारा दिमाग एकाग्र होता है और मानसिक तनाव में राहत मिलती है। साथ ही मेडिटेशन डोपामाइन और सेरोटोनिन हार्मोन को नैचुरली बूस्ट करने में भी फायदेमंद है। जब आप शांति से बैठकर ध्यान लगाती हैं तो तनाव कम करने वाले न्यूरोट्रांसमीटर्स एक्टिव हो जाते हैं जिससे खुशी मिलती है। इसके अलावा अगर आप ऐसा हल्का म्यूजिक सुनती हैं तो इससे भी ब्रेन केमिकल को बैलेंस करने में मदद मिलती है क्योंकि सॉफ्ट म्यूजिक या क्लासिकल म्यूजिक सुनने से ब्रेन में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ता है जिससे मन हल्का होता है और आप खुश रहती हैं। 

ग्रेटीट्यूड प्रैक्टिस करें

जीवन में रोजाना छोटी-छोटी अच्छी चीजों के लिए आभार व्यक्त करना जरूरी होता है क्योंकि जब आप ऐसा करती हैं तो आपका ब्रेन ज्यादा मात्रा में सेरोटोनिन रिलीज करने लगता है जो आपको संतुष्ट और खुशमिजाज बनाता है। इसके साथ ही आप अगर सकारात्मक सोच और माहौल में रहती हैं तो आपका मन भी अच्छा रहता है, साथ ही आप ज्यादा आत्मविश्वासी भी बनती हैं।

Advertisment

नेचर के साथ वक्त बिताएं 

प्राकृतिक और हरा भरा वातावरण हमारे मन को खुशी पहुंचने का काम करता है और शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को भी बढ़ाता है। इसके लिए आप अपने घर में या बालकनी में छोटा बगीचा बना सकती दिन या गमले रख सकी हैं और गार्डनिंग भी कर सकती हैं। क्योंकि जब आप गार्डनिंग करती हैं, पार्क में टहलती हैं या सूरज की रौशनी में थोड़ा भी समय बिताती हैं तो आपका मूड अपने आप अच्छा होने लगता है। 

प्रयाप्त नींद लें

Advertisment

नींद हमारे ब्रेन के केमिकल बैलेंस से जुड़ी होती है और रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है। नींद पूरी न होने पर शरीर में डोपामाइन और सेरोटोनिन का स्तर कम हो सकता है जिससे तनाव, चिड़चिड़ापन और थकान महसूस होती है। वहीं जब आप अच्छी नींद लेती हैं तो दिमाग की वर्किंग पॉवर बेहतर होती है और आप ज्यादा एनर्जेटिक और खुश महसूस करती हैं।