Philosophical: बॉलीवुड ने हमें एक से बढ़कर एक मूवीज दी हैं और हम भारतियों को ये मूवीज भी काफी भाती हैं। आज हम बात करेंगे बॉलीवुड के कुछ फिलोसोफिकल मूवीज के बारें में जिसने हम सबको अपने विचारों को दोबारा सोचने पर मजबूर करदे साथ ही ऐसी मूवीज आपके दिमाग में और दिल में भी अपना घर बना लेती हैं। भारतीय फिलोसोफिकल मूवीज में धर्म, कर्म, शांति, दुख आदि के बारें में बड़े ही क्रिएटिव तरह से बतलाया जाता हैं हम आपको ऐसेही कुछ बॉलीवुड के फिलोसोफिकल मूवीज के सुझाव देंगे जिसे अगर अपने नहीं देखा हैं तो जरुर देखें।
ये फिलोसोफिकल मूवीज को जरुर देखें
1. पीके (PK)
राजकुमार हिरानी द्वारा डायरेक्ट की गयी यह मूवी जब रिलीज हुई थी तब काफी विवाद में थी इस मूवी में आमिर खान ने लीड मेल रोल और अनुष्का शर्मा ने इसमें लीड एक्ट्रेस का रोल रोल निभाया है। 2014 में आयी ये मूवी में आमिर खान ने एक एलियन का रोल निभाया है जोकि भारत में आकर खो जाता है और अपने डिवाइस जिससे वो वापस अपने प्लानेट में जा सकता है कही खो जाता है उसकी खोज में उस एलियन ने कईयों के धार्मिक विश्वास पर सवाल उठाया जोकि थोड़ी बात - विवाद में आ गई थी लेकिन ये मूवी काफी अच्छी है और अगर अब तक आपने इसे नहीं देखा आप इसे देख सकते हैं।
2. ओह माय गॉड (OMG)
2012 में यह मूवी उमेश शुक्ला ने डायरेक्ट किया था। इसमें अक्षय कुमार ने लीड रोल निभाया है और परेश रावल ने भी इसमें काफी बढ़िया रोल निभाया हैं। यह मूवी भी लोगों के धार्मिक सोच को चैलेंज करती हैं। इसमें एक दुकान दार की दुकान भूकंप के कारण गिर जाती है जिसके कारण वो भगवान के साथ साथ इन्सुरेंस कंपनी को भी कोर्ट में घसीट लेता है और फिर ये मूवी आखिर में उसके नास्तिक बिलीव को अस्थिक में बदल कर खतम होती है।
3. मुक्ति भवन (Mukti Bhawan)
2016 में आयी ये फिल्म सुभाशीष भुतैनी ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म में एक बेटा अपने पिता को मुक्ति दिलाने के लिए वाराणसी ले जाता है क्योंकी उनकी आखिरी इच्छा थी की उनकी मौत को बढ़िया तरीके से मनाया जाए और कहते हैं वाराणसी में जिसकी मुर्त्यु होती है वो सीधा मोक्ष पाता है ये फिल्म दिल को काफी छू जाती है अगर आपने इसे नहीं देखा है तो देख सकते हैं इसके रेटिंग्स भी 7/10 हैं।
4. अस्तु (Astu)
2015 में आयी इस फिल्म को सुमित्रा भावे और सुनील सुक्तंकर ने डायरेक्ट किया है। यह मराठी फिल्म है जिसमें घर के एक बड़े बुजुर्क को अल्जाइमर हो जाता है ये फिल्म दिखाती है कैसे जब एक इंसान बूढ़ा होता है और अपनी यादाश धीरे- धीरे खोता है तो उसके जीवन में क्या घटनाए होती हैं ये मूवी काफी सरल हैं पर सोचने पर मजबूर कर देती हैं।
5. आँखों देखी (Ankhon Dekhi)
यह फिल्म 2013 में आयी थी जिसे रजत कपूर ने डायरेक्ट किया था। यह फिल्म एक कॉमेडी ड्रामा है इसमें एक आदमी जोकि दिल्ली का निवासी है सिर्फ उसी चीज पर भरोसा करता है जिसे वो देख सकता है। ये मूवी काफी दिलचस्प है तो इसे अपने वाच लिस्ट में जरुर शामिल करें।