Deepika Padukone Slams Call for Seven-Day Work Week: हाल ही में, लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के चेयरमैन एस.एन. सुब्रह्मण्यम के एक बयान ने वर्क-लाइफ बैलेंस को लेकर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कर्मचारियों से रविवार को भी काम करने की अपील की। उनका कहना था, "मुझे अफसोस है कि मैं आपसे रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं, क्योंकि मैं खुद रविवार को भी काम करता हूं। घर पर बैठकर आप क्या करते हैं? अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूरते रहेंगे? चलिए, ऑफिस आइए और काम कीजिए।"
दीपिका पादुकोण का सात दिन काम करने की मांग पर कड़ा विरोध
दीपिका पादुकोण ने क्या कहा?
दीपिका पादुकोण, जो मानसिक स्वास्थ्य पर अपने मजबूत विचारों के लिए जानी जाती हैं, ने इस बयान पर नाराजगी जताई। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "यह देखकर हैरानी हो रही है कि इतने वरिष्ठ पदों पर बैठे लोग ऐसे बयान दे रहे हैं। #MentalHealthMatters।"
L&T की सफाई और दीपिका की प्रतिक्रिया
बयान पर बढ़ते विवाद को देखते हुए एलएंडटी ने सफाई दी। कंपनी ने अपने बयान में कहा, "हम पिछले आठ दशकों से भारत के विकास में योगदान दे रहे हैं। यह भारत का दशक है, और हमें मिलकर एक विकसित राष्ट्र का सपना साकार करना है। चेयरमैन का बयान इसी सोच को दर्शाता है।"
दीपिका ने इस सफाई पर भी तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, "और इन्होंने इसे और खराब बना दिया..."
भारत में कार्य संस्कृति पर बहस
सुब्रह्मण्यम के इस बयान ने भारत में कार्य संस्कृति और कर्मचारियों पर बढ़ते दबाव को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। इससे पहले इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने भी 70 घंटे काम करने की सलाह दी थी, जिस पर काफी आलोचना हुई।
दीपिका का मानसिक स्वास्थ्य के लिए समर्थन
दीपिका पादुकोण 2015 से मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने लिव, लव, लाफ फाउंडेशन की स्थापना की है, जो मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर काम करता है और लोगों को सहायता प्रदान करता है।
दीपिका के इस कदम ने न केवल एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर किया, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और कार्य संस्कृति के बीच संतुलन की आवश्यकता पर भी जोर दिया।