Everything You Need To Know Before Watching 'Freedom At Midnight’: निखिल आडवाणी ने भारत के इतिहास को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया है अपनी सीरीज़ Freedom At Midnight के जरिए। यह सीरीज़ Larry Collins और Dominique Lapierre की मशहूर किताब पर आधारित है, जो भारत की आज़ादी और विभाजन की महत्वपूर्ण घटनाओं पर आधारित है।
भारत की आज़ादी और विभाजन पर आधारित Sony LIV की नई सीरीज़
'Freedom At Midnight' की कहानी क्या है?
Freedom At Midnight (1975) किताब ब्रिटिश राज के आखिरी साल यानी 1947 से 1948 तक की घटनाओं को दर्शाती है। यह कहानी शुरू होती है Lord Mountbatten के भारत के आखिरी वायसराय के रूप में नियुक्त होने से और खत्म होती है महात्मा गांधी की मृत्यु और उनके अंतिम संस्कार पर।
सीरीज़ में भारत की आज़ादी के संघर्ष में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और मोहम्मद अली जिन्ना जैसे प्रमुख नेताओं की भूमिकाओं को गहराई से दिखाया गया है। इन नेताओं के विचारों और जटिल संबंधों को उकेरते हुए, सीरीज़ दर्शकों को उस युग की चुनौतियों और घटनाओं का सजीव अनुभव कराती है।
दमदार कास्ट और क्रू
Freedom At Midnight की कास्ट भी उतनी ही प्रभावशाली है:
- सिद्धांत गुप्ता - जवाहरलाल नेहरू
- चिराग वोहरा - महात्मा गांधी
- राजेंद्र चावला - सरदार वल्लभभाई पटेल
- अरिफ ज़कारिया - मोहम्मद अली जिन्ना
- ईरा दुबे - फातिमा जिन्ना
- मलिष्का मेंडोंसा - सरोजिनी नायडू
- राजेश कुमार - लियाकत अली खान
ब्रिटिश पात्रों में Lord Louis Mountbatten और Lady Edwina Mountbatten का किरदार Luke McGibney और Cordelia Bugeja ने निभाया है।
यह सीरीज़ अनुभवी लेखकों की टीम द्वारा लिखी गई है, जिसमें अभिनंदन गुप्ता, अद्वितीय करेंग दास, गुंडदीप कौर, दिव्या निधि शर्मा, रेवंता साराभाई और ईथन टेलर शामिल हैं।
कब और कहां देखें?
निखिल आडवाणी द्वारा निर्देशित और Emmay Entertainment के बैनर तले बनी यह सीरीज़ Sony LIV पर आज, 15 नवंबर से स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। इतिहास की सटीकता और बेहतरीन कहानी को साथ लेकर यह शो भारत की आज़ादी की जटिल यात्रा को दिखाने का वादा करता है।
Freedom At Midnight एक ऐसी सीरीज़ है जो इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए अवश्य देखी जानी चाहिए।