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Indian Movies: इसमें कोई दो राय नहीं की बॉलीवुड ने हमें एक से बढ़कर एक नई और बेहतरीन फिल्में दी है। कई फिल्मों को देखकर लोग अपनी जिंदगी को देखने का नजरिया बदल देते हैं। कई ऐसी फिल्में भी हैं जो हमें अपने विचार धाराओं को बदलने पर मजबूर करती है आइये हम आपको ऐसी ही कई मूवीज के बारे में बताते हैं।
बॉलीवुड की वो फिल्में जो आपको अपने विचारों को दुबारा सोचने पर कर देंगे मजबूर
1. तमाशा
यह मूवी 2015 में रिलीज हुई थी और इसके डायरेक्टर थे इम्तियाज़ अली। इस फिल्म में जिंदगी को अलग नजरिए से देखने का मैसेज है। यह फिल्म आपको बताती है कि जिंदगी आपकी है और इसे अपने पसंद के हिसाब से जिएं ना कि सोसायटी की सेट करी गई सीमाओं में खुद को बंधिए और आखिर में फिल्म का मेन लीड भी कहानियों के जरिए अपने जिदंगी की नई कहानियां बुनता है।
2. दंगल
सच घटना पर आधारित यह फिल्म को नीतीश तिवारी ने डायरेक्ट किया था जोकि साल 2016 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म पहलवान गीता और बबीता फोगाट के असल जिंदगी की कहानी है। इस फिल्म में दिखाया गया है की कैसे एक बाप समाज के ताने और आलोचनाएं सेह कर भी अपने बेटीयों की जिंदगी को नई मंजिल देता है बल्कि उनको भारत का टॉप पहलवान बनाता है। इसी फिल्म की एक लाइन जिसमें अमीर खान कहते हैं कि, ' म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के" समाज को एक बहुत ही पॉवरफुल मैसेज देता है।'
3.धक-धक
यह फिल्म चार औरतों की है जिन्होंने बाइक पर सवार होकर अपनी मंजिल पाई है यह फिल्म 2023 में रलिज हुई है और इसे तरुण दुड़ेजा ने डायरेक्ट किया है। यह फिल्म समाज में औरतों के स्ट्रेंगट की नई परिभाषा सेट करती है इसमें दिखाया गया है कि कैसे चारों औरते अपने - अपने मुश्किलों का सामना कर आगे बढ़ती है और अपनी मंजिल पाती हैं।
4. थप्पड़
इस फिल्म में लीड रोल तापसी पन्नू ने निभाई है और इसे डायरेक्ट किया है अनुभव सिन्हा ने और वाकई में इस फिल्म ने समाज में एक अलग तरह की छाप छोड़ी है। इसमें तापसी पन्नू ने हाउस मेकर का रोल निभाया है जिसे उसके पति ने सबके सामने थप्पड़ मारा था और उस एक थप्पड़ के वजह से उन्होंने खुद के लिए स्टैंड लेना सीखा और अपने जिंदगी की कमान खुद संभाली।
5. 3 idiots
ये फिल्म जबसे आयी है तभी से लोगों को बहुत पसंद आया है। 2009 में रिलीज हुई इस फिल्म की स्टोरी से आज भी कई छात्रों की जिंदगी से मेल खाती है। जहा उनपर एक रेस में भागने के लिए इतना प्रेशर रहता है कि कई आखिर में सुसाइड कर लेते हैं और कई बस जिंदगी से समझौता। यह फिल्म की एक लाइन जिसने हमेशा से सबको प्रेरित किया है की, ' सक्सेस के पीछे मत भागो एक्सीलेंस के पीछे भागो सक्सेस झक मारके तुम्हारे पीछे आएगी'।