सभी को ऐसे फिल्में पसंद आती हैं जिसकी कहानी अछि हो ही, पर साथ ही कोई लाइफ लेसन या मोटिवेशन मिल जाए। ऐसा भी हो सकता है की आप अपने बच्चों के साथ देखने के लिए कोई अच्छी फिल्म ढूंढ रहे हैं, या आपको अपने जीवन में थोड़ी मोटिवेशन की ज़रूरत है। इसलिए हमने आपके लिए कुछ मोटिवेशनल फिल्मों की लिस्ट बनाई हैं, जो आप बार बार देख कर आनंद और मोटिवेशन पा सकते हैं, नेटफ्लिक्स पर, अपने घर के आराम से, नेटफ्लिक्स पर।
नेटफ्लिक्स पर मोटिवेशनल फिल्में:
1. दंगल
प्रेरक बॉलीवुड फिल्मों की श्रेणी में इस फिल्म की मेंशन ज़रूर होना चाहिए। दंगल एक आमिर खान की ब्लॉकबस्टर है जिसने अपनी कहानी और भावनात्मक सबक के साथ कई दिल जीते हैं। पूर्व पहलवान महावीर सिंह फोगाट की कहानी और उनकी दो पहलवान बेटियों को राष्ट्रमंडल खेलों(कॉमनवेल्थ) में जाने के लिए प्रशिक्षित करने के उनके प्रयासों के आधार पर, दंगल आपको सामाजिक उत्पीड़न के सामने अटूट ध्यान केंद्रित करने की एक झलक देता है। एक सार्थक संदेश के साथ, नेटफ्लिक्स पर यह भावनात्मक फिल्म हमें दिखाती है कि कैसे गीता फोगट और बबीता कुमारी ने 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीते।
2. रश्मि रॉकेट
यह तापसी पन्नू की फिल्म है जिसे स्पोर्ट्स फिल्म भी कहा जा सकता है, मोटिवेशनल फिल्म का भी काम करती है। इस फिल्म में स्पोर्ट्स में महिलाओं के लिए “टेस्टोस्टेरोन लिमिट” की समस्या की बात होती है। फिल्म में रश्मि के परफॉर्मेंस के कारण उसके लड़का होने के सवाल उठते हैं, और उसे ज़बरदस्ती ‘जेंडर टेस्टिंग’ के लिए ले जाया जाता है। उसके साथ अन्याय होता है, और वह अपने पति के साथ इनके खिलाफ अदालत में लड़ती है।
फिल्म की कहानी से हमें महिला के ‘मर्दाना’ होने जैसे स्टेरिओटाइप्स को ख़तम करने की भी सबक मिलती है, जो सबको अपने घरों में प्रयोग करना चाहिए।
3. तारे ज़मीन पर
हालांकि यह बहुत पुरानी फिल्म है, यह आप जितने बार देखो, आपको मज़ा ही आएगा। फिल्म में ‘लर्निंग डिसेबिलिटी’ की बात की जाती है। यह हमें बच्चों के कमज़ोरियों को समझने और मदद करने की सीख तो देता ही है, पर साथ ही हमे यह भी सीख देता है की आपकी खामियाँ आपको परिभाषित नहीं करती हैं। जैसे डिस्लेक्सिक बच्चे के पढ़ने के तरीके को बदलने से उसे नतीजे मिलने लगे, हमारे ज़िन्दगी में भी यह प्रयोग हो सकता है।
4. लाइफ इस ब्यूटीफुल
यह फिल्म युद्ध के समय एक कमजोर माहौल में रहने वाले एक यहूदी पिता और उसके परिवार की भावनात्मक यात्रा है। वह अपने बेटे को युद्ध की कठोर वास्तविकताओं से बचाने के लिए हास्य का उपयोग करता है। यह फिल्म इस बात का जीता-जागता सबूत है कि चाहे कुछ भी हो, हम हमेशा अंधेरे समय में खुशी पा सकते हैं। यह अंग्रेजी फिल्म है, पर इसके कई भाषा में सबटाइटल और डबिंग है।
5. गुंजन सक्सेना: कारगिल गर्ल
यह फिल्म एक बायोपिक है, और भारत की पहली महिला पायलट की कहानी बताती है। महिलाओं के गाड़ी चलना ही आज भी बहुत घरों में वर्जित है, और जो महिलाएँ चलती हैं, उनका मज़ाक उदय जाता है की वे ख़राब ड्राइवर होंगी, तो पायलट बनने पर कितने पाबंधियाँ होंगी आप सोच ही सकते हैं। गुंजन इन सारी चुनौतियों को पार करके फाइटर पायलट बनती है।