Supporting Characters Of 2022: जब आप किसी भी मूवी या नाटक को देखते हैं। तो आपने उसमें अक्सर देखा होगा कि मेन लीड के साथ साथ उसमें कुछ सहायक कैरेक्टर भी होते हैं। यह सहायक कैरेक्टर कुछ इस प्रकार के भी होते हैं। जो हमें इन से जुड़ने पर मजबूर कर देते हैं। कभी-कभी सहायक एक्टर्स की एक्टिंग और इनकी भूमिका हमें इतना ज्यादा प्रभावित करती है। कि हम मेन लीड की बजाय साइड ट्रैक्टर्स को बहुत ज्यादा पसंद करने लगते हैं।
यह साइड करैक्टर वाला मामला और लोगों के हृदय में इनके प्रति प्रशंसा कोरियाई ड्रामा से चालू हुई है। यह साइड करैक्टर किसी भी प्रकार से हो सकते हैं। शायद कॉमेडियन या फिर लव ट्रायंगल में वह व्यक्ति जिसकी लव स्टोरी अधूरी रह गई। तो आज हम जानेंगे कुछ ऐसे ही फिल्मी सहायक कैरेक्टर के बारे में जिन्होंने 2022 में जनता का दिल जीत लिया।
3 best supporting characters of 2022 -
1. दीक्षा जोशी (जयेश भाई जोरदार)
दीक्षा जोशी ने जयेश भाई जोरदार फ्लिम में एक सहायक कैरेक्टर अदा किया है। जयेश भाई जोरदार समाज की उन रूढ़िवादी सोच को दर्शाती हुई कहानी है। जिसमें रणवीर सिंह ने एक ऐसे पिता के पुत्र की भूमिका अदा करी है, जो निरंकुश है। हालांकि इस कहानी में जयेश भाई एक आज्ञाकारी पुत्र की भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन इसके साथ साथ इस कहानी में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को दर्शाया गया है।
यह ग्रामीण इलाके पर आधारित एक कहानी है। दीक्षा जोशी ने इस कहानी में जयेश भाई की बहन का रोल अदा किया है। दीक्षा जोशी की एक्टिंग में नजर आता है कि वह किस प्रकार अपने पति के द्वारा प्रताड़ित की गई है। यह कैरेक्टर सभी का दिल जीत लेता है।
2. शीबा चड्डा (बधाई दो)
पिछले कुछ सालों में ऐसी बहुत सी फिल्में रही है। जिसमें शीबा चड्डा ने अपनी दमदार परफॉर्मेंस दी है। इस साल भी राजकुमार राव और भूमि पेडणेकर की मूवी बधाई दो में शीबा चड्डा ने राजकुमार राव जिनका नाम कहानी में शार्दुल है उनकी मां होने के का रोल अदा किया। इस रोल को करने करने में शीबा चड्डा पूरे तरीके सफल रही हैं।
उनके द्वारा ऐसा रोल अदा किया गया है जिसमें 1 मां जो समाज से बंधी हुई है। वह अपने बेटे से सहानुभूति भी रखती है। परंतु एक पोते की आकांक्षाएं उससे अपनी बहू को बहुत सारी अच्छी पत्नी बनाने की टिप्स देने पर मजबूर करती है।
3. शेफाली शाह (Darlings)
इस मूवी में शेफाली शाह एक मां का रोल अदा कर रही हैं जिसकी बेटी के रूप में आलिया भट्ट ने मेन लीड का किरदार अदा किया है। यह एक ऐसी कहानी है जो हमें बहुत सी महिलाओं और उनकी घरेलू समस्याओं से जुड़ाव कराती है। इस कहानी में आलिया भट्ट जो बदरू का रोल अदा करती है। उसका विवाह एक टिकट कलेक्टर से हो जाता है।
वह बदरू को मारता पीटता है और दोष शराब पर डाल देता है। वह रोज ऐसा करता है। लेकिन इस कहानी में शेफाली शाह ने एक डायलॉग बोला है जिसमें उसने बताया है कि कुछ पुरुष कभी नहीं बदलते। वह बदरू की इन सब से बचने में मदद करती है।