What Made Diljit Dosanjh's Delhi Concert Unforgettable? दिलजीत दोसांझ का Dil-Luminati Tour अब आधिकारिक रूप से भारत में शुरू हो चुका है। इसका पहला कॉन्सर्ट दिल्ली में 26 अक्टूबर, 2024 को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुआ। दर्शकों से खचाखच भरे इस स्टेडियम में दिलजीत के प्रशंसक उनकी आवाज़ में खो गए। ये 10 शहरों का दौरा है, जिसका समापन दिसंबर में होगा।
दिलजीत दोसांझ का दिल्ली कॉन्सर्ट: जानिए 6 ख़ास पल
कॉन्सर्ट की रात ढेरों यादगार पलों से भरी हुई थी, लेकिन इनमें से कुछ खास लम्हें ऐसे भी थे जो सोशल मीडिया पर छा गए। आइए, जानते हैं दिलजीत दोसांझ के दिल्ली कॉन्सर्ट के 5 हटके पलों के बारे में।
1. "पंजाबी दिल्ली आ गए ओए"
दिलजीत ने अपने कॉन्सर्ट के दौरान एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने पंजाबी में कहा, “जब मैं पैदा हुआ, मेरी माँ ने मुझे पंजाबी सिखाई। हमारे देश में कई भाषाएं हैं और मैं सबका सम्मान करता हूँ, चाहे वो गुजराती हो, मराठी, कन्नड़, तेलुगु या हिंदी। लेकिन मेरी माँ पंजाबी में बोलती हैं, इसलिए मैं उसी भाषा का उपयोग करता हूँ।”
इस भावुक संदेश के बाद उन्होंने गर्व से कहा, “पंजाबी दिल्ली आ गए ओए!” यह उनके दर्शकों के लिए बेहद खास पल था।
2. सिंगल्स को पानी पिलाओ योजना
कॉन्सर्ट के बाहर एक मजेदार मोमेंट भी देखने को मिला, जब Jeevansathi.com के वॉलंटियर्स ने सिंगल्स को पानी की बोतलें बांटीं। सफेद टी-शर्ट पहने हुए इन वॉलंटियर्स की टी-शर्ट पर लिखा था, “सिंगल्स को पानी पिलाओ योजना।” पानी की बोतल पर एक मजेदार संदेश भी था, “Jeevansathi पे आ गए होते तो आज ये बोतल नहीं, उसका हाथ पकड़ा होता।” इस मजेदार कैंपेन ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी।
“I’m a single girl I’ll enjoy myself at Diljit’s concert”
— SwatKat💃 (@swatic12) October 26, 2024
Jeevansathi : pic.twitter.com/E8efqCEdXC
3. सबसे खुशनसीब फैन
कॉन्सर्ट के दौरान दिलजीत ने एक फैन से बातचीत की जो रूस से आई थी। उन्होंने उसे मंच पर बुलाया और उसे एक सूटकेस भेंट किया। यह दिल को छू लेने वाला पल था और फैन ने इसे “सबसे खुशनसीब पल” कहते हुए इंस्टाग्राम पर साझा किया।
4. बालकनी से देखती नन्ही फैन
दिल्ली में एक बच्ची ने अपने घर की बालकनी से दिलजीत का कॉन्सर्ट सुना और उत्साहित होकर बोली, “दिलजीत अंकल थोड़ा तेज़ चिल्ला दो!” ये प्यारा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। दिलजीत ने इसे अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में शेयर किया और प्यार भरे शब्दों में लिखा, “बेटा, आ जाओ, आपके और आपके परिवार के लिए टिकट हैं।”
5. फैन ने उठाए अव्यवस्था पर सवाल
कॉन्सर्ट में कुछ दर्शकों को अव्यवस्था का भी सामना करना पड़ा। एक फैन सिद्धार्थ ने X पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने गोल्ड पिट टिकट्स के लिए 15,000 रुपये खर्च किए, लेकिन आयोजन में कई समस्याएं थीं।
उन्होंने बताया कि गेट्स शाम 5:30 बजे के बाद ही खुले, जबकि कॉन्सर्ट रात 8 बजे शुरू हुआ। साथ ही, महिलाओं के वॉशरूम की खराब स्थिति और अस्वच्छता की वजह से कई दर्शकों ने निराशा व्यक्त की। कई लोगों के टिकट अमान्य होने के कारण वे बाहर ही फंसे रह गए।
Diljit Was Amazing, But His Concert Was Not🚨
— Siddharth (@SidKeVichaar) October 27, 2024
Here’s Why
Thread 🧵 pic.twitter.com/iism4IErKT
6. स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दिखाई कंसर्ट के बाद JLN स्टेडियम में गंदगी
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में ट्रेनिंग करने वाले खिलाड़ियों के लिए 28 अक्टूबर की सुबह एक झटका देने वाली थी, जब उन्होंने मैदान पर कूड़े के ढेर देखे। कई खेल उपकरण और दर्शक क्षेत्र में सीटें इधर-उधर फेंकी गई थीं या टूट चुकी थीं। कंसर्ट की तैयारी के लिए ट्रैक 10 दिनों तक बंद रहे और अब सफाई के लिए कुछ और दिनों तक बंद रहने की संभावना है, रिपोर्ट्स में बताया गया है।
After #DiljitDosanjhConcert in #Delhi, organizer @saregamaglobal left #JLN stadium mess with broken spots equipment, filth/food everywhere. Sportsperson couldn't use the stadium for practice.
— India Crooks (@IndiaCrooks) October 29, 2024
Will @diljitdosanjh SPEAK-UP and ensure stadium in original condition?🤔@LtGovDelhi pic.twitter.com/nK9NbwJMEB
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के अनुसार, दो दिनों में 70,000 लोग इस कंसर्ट में शामिल हुए। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए, SAI के एक प्रवक्ता ने कहा, “स्टेडियम को 29 तारीख तक साफ कर दिए जाने की उम्मीद है। SAI का आयोजकों के साथ अनुबंध है कि वे स्टेडियम को उसी स्थिति में लौटाएंगे, जैसा कि उन्हें सौंपा गया था।”
एक अन्य अधिकारी ने कथित तौर पर कहा, “आप SAI की वेबसाइट देखें, तो स्टेडियम हमेशा निजी आयोजनों के लिए बुक रहता है। इसका इस्तेमाल केवल व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए हो रहा है, खेलों के लिए नहीं। यहां तक कि वार्म-अप एरिया भी कभी-कभी निजी संस्थाओं को कार्यक्रमों के लिए दे दिया जाता है। राज्य स्तरीय मीट्स कराने के लिए तारीखें मिलना भी मुश्किल हो गया है।”