साउथ की मशहूर अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु के पिता, जोसेफ प्रभु, जो एक तेलुगु एंग्लो-इंडियन थे, का शुक्रवार, 30 नवंबर को निधन हो गया। सामंथा ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर टूटे हुए दिल वाला इमोजी पोस्ट करते हुए लिखा, "फिर मिलेंगे।" हालांकि, जोसेफ प्रभु के निधन का कारण अभी तक सामने नहीं आया है। सामंथा अक्सर सोशल मीडिया पर अपने पिता के साथ तस्वीरें शेयर नहीं करती थीं, जिससे उनके जीवन में उनका रोल अधिक निजी ही रहा।
जोसेफ प्रभु कौन थे? सामंथा के पिता और उनके रिश्ते पर एक नज़र
सामंथा और उनके पिता के बीच तनावपूर्ण रिश्ता
सामंथा ने एक बार अपने पिता के साथ अपने "तनावपूर्ण" रिश्ते पर बात की थी। गालट्टा इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था, "बचपन में मुझे हमेशा अपने पिता से मान्यता पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। मेरे पिता ने एक बार कहा था, ‘तुम इतनी स्मार्ट नहीं हो। यह सिर्फ भारतीय शिक्षा प्रणाली का स्तर है, इसलिए तुम भी फर्स्ट रैंक हासिल कर सकती हो।’ इस तरह की बातें सुनने से मेरे अंदर बहुत समय तक यह विश्वास बना रहा कि मैं स्मार्ट नहीं हूं और कभी पर्याप्त नहीं हो सकती।”
उन्होंने यह भी बताया कि सफलता ने उन्हें कैसे बदल दिया। सामंथा ने कहा, "जब 'ये माया चेसावे' सुपरहिट हुई और लोगों ने मेरी तारीफ की, तो मुझे नहीं पता था कि इसे कैसे स्वीकार करना है। मुझे इसकी आदत नहीं थी।"
जोसेफ प्रभु का जीवन
जोसेफ प्रभु चेन्नई में पले-बढ़े और अपनी बेटी सामंथा की अपार सफलता के बावजूद लाइमलाइट से दूर ही रहे। सामंथा अपने परिवार में बड़े भाई जोनाथन और डेविड के साथ एक घनिष्ठ परिवार में पली-बढ़ी।
सामंथा की शादी और उनके पिता की प्रतिक्रिया
साल 2022 में, जोसेफ प्रभु तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने सामंथा और नागा चैतन्य की शादी की थ्रोबैक तस्वीरें शेयर कीं। यह उनके तलाक के एक साल बाद की बात थी। जोसेफ ने तस्वीरों के साथ फेसबुक पर लिखा, "बहुत समय पहले की बात है, एक कहानी थी। अब वह कहानी मौजूद नहीं है! तो चलिए एक नई कहानी और एक नया अध्याय शुरू करते हैं।"
शादी की तस्वीरों में सामंथा सफेद गाउन में और नागा चैतन्य काले सूट में नज़र आए। उनकी पोस्ट का भावुक लहजा कई लोगों के दिलों को छू गया। अपनी भावनाओं पर बात करते हुए जोसेफ ने कहा, "मैंने अपनी भावनाओं पर काबू पाने के लिए बहुत समय लिया। ज़िंदगी बहुत छोटी है, इसे भावनाओं में खोकर बिताने का समय नहीं है।"
जोसेफ प्रभु का जीवन और उनकी सामंथा के साथ जटिल लेकिन खास रिश्ते ने उनकी कहानी को और प्रेरणादायक बना दिया है।