Kusha Kapila Opens Up About Loneliness and Friendships in Mumbai: सोशल मीडिया पर्सनालिटी और एक्ट्रेस कुशा कपिला ने पिछले साल मुंबई शिफ्ट होने के बाद, 30 की उम्र में नई दोस्तियां बनाने की चुनौती पर बात की। 'थैंक यू फॉर कमिंग' फेम कुशा, अपनी बेबाकी और रिलेटेबल कंटेंट के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने मुंबई की तेज़-तर्रार ज़िंदगी में खुद को ढालने और दोस्ती के जटिल समीकरण को समझने का अनुभव साझा किया।
30 की उम्र में दोस्ती करना इतना मुश्किल क्यों है? कुशा कपिला का अनुभव
30 की उम्र में दोस्ती की पेचीदगियां
'मोमेंट्स ऑफ साइलेंस' पॉडकास्ट में कुशा ने बताया कि इस उम्र में दोस्ती करना कितना मुश्किल हो सकता है। उन्होंने कहा, "इस उम्र में लोग अपनी ज़िंदगी के तरीके सेट कर चुके होते हैं। ग्रुप्स पहले से बने होते हैं। सच कहूं, हम भी नए लोगों को अपने ग्रुप में आसानी से शामिल नहीं करते। अगर किसी की 15-20 साल की दोस्ती हो, तो नए इंसान को सिर्फ बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के रूप में ही जगह मिलती है।"
मुंबई में दोस्त बनाना: कुशा की उलझन
मुंबई में अपने अनुभव पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "मुंबई में मैं अक्सर कंफ्यूज रहती हूं कि क्या ये इंसान सच में मेरे साथ घूमना चाहता है? इसलिए मैं अब अपनी टीम के साथ ही ज्यादा दोस्ती करती हूं।"
पॉडकास्ट होस्ट नैना भान ने भी इस बात पर रोशनी डाली कि 30 की उम्र में लोग अलग-अलग ज़िंदगियां जी रहे होते हैं। कुछ शादी, पालतू जानवर, या बच्चों पर फोकस करते हैं। इस पर कुशा ने कहा, "यह एक बहुत अकेला अनुभव है, खासकर उन महिलाओं के लिए जो मां बन चुकी हैं। उनकी ज़िंदगी और मेरी ज़िंदगी में बहुत फर्क है। हम अभी भी कभी-कभी 3 बजे तक उठे रहते हैं और रैंडम पार्टीज में घूमते हैं, जबकि उनकी ज़िंदगी बिल्कुल अलग है।"
अलगाव के दो पहलू
कुशा ने यह भी बताया कि यह अकेलापन दोनों ओर से होता है। उन्होंने कहा, "जैसे यह हमारे लिए अलगाव भरा है, वैसे ही मेरी शादीशुदा दोस्त, जिसके दो बच्चे हैं, वह भी मेरी सिंगल लाइफ को नहीं समझ पाएगी।"
मुंबई का असर: कुशा की कहानी
दिल्ली से मुंबई शिफ्ट होने के बाद, कुशा ने इस शहर के तेज़-तर्रार जीवनशैली के बारे में कहा,"मुंबई में शिफ्ट होना शानदार रहा है। मैं इस शहर के लिए अजनबी नहीं हूं क्योंकि पिछले 3-4 साल से यहां काम कर रही हूं। लेकिन यह दिल्ली से काफी तेज़ है। यहां के लोग वर्कहॉलिक हैं।"
उन्होंने यह भी साझा किया, "मुंबई में रहते हुए मैं खुद को एक अलग इंसान महसूस करती हूं। यहां मैं हमेशा ऊर्जावान रहती हूं और हर वक्त कुछ न कुछ करते रहने की कोशिश करती हूं।"
कुशा कपिला का अनुभव: हर किसी के लिए रिलेटेबल
कुशा कपिला की यह बेबाकी भरी बातें उन सभी लोगों से जुड़ती हैं जो नई जगहों पर शिफ्ट हो रहे हैं और अपनी ज़िंदगी में बदलाव देख रहे हैं। उनकी कहानी 30 की उम्र में दोस्ती और बदलाव के अनुभवों को बखूबी बयान करती है।