ख़राब आहार और गतिहीन जीवन शैली से सावधान रहना ज़रूरी है

author-image
Swati Bundela
New Update

Advertisment

स्वस्थ भोजन न करना


आजकल सभी लोग अपनी काम-क़ाज़ी दिनचर्या में इतना व्यस्त हैं कि वे भोजन ग्रहण करते समय इस बात का अंदाज़ा नहीं लगा पाते कि उनके सेहत के लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं। वे बाहर के खाने को ज्यादा महत्व देते हैं। और बच्चों के बीच तो जैसे जंक फ़ूड खाने की होड़ मची हो। लेकिन इससे कुछ समय का स्वाद और जीवन भर की परेशानियां ही मिलती हैं। खराब आहार लेने से दिल की बीमारियां, ब्लड प्रेशर, कमज़ोर हड्डियां, डायबिटीज, मोटापा, आदि होने का खतरा रहता है। इसलिए ज़रूरी है कि हम अपने खाने-पीने का भरपूर ध्यान रखें।
Advertisment

भरपूर नींद न लेना


आज कल के युवाओं के बीच रात में जागना, एक फैशन जैसा है। वे रात में पार्टियां करते हैं, घूमते-फिरते हैं, और समझ लेते हैं कि वे अपने जीवन का आनंद उठा रहे हैं। इतना ही नहीं, देर रात तक मोबाइल फ़ोन्स का इस्तमाल करना, लैपटॉप पर ढेरों वीडियोस देखना, जैसे उनकी ज़रूरत सा बन गया हो। उनके अनुसार उनकी जीवन शैली लगभग "परफेक्ट" ही होती है। लेकिन, चीज़ों का लुफ्त उठाते हुए वे ये भूल जाते हैं कि वे अपने शरीर को भरपूर आराम नहीं दे रहे। इसके कारण उन्हें, आँखों की परेशानियों से लेकर अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
Advertisment

एक्सरसाइज से मन चुराना


बहुत लोग अपने आप को फिट और तंदरुस्त मानते हैं। वे एक्सरसाइज करने और सुबह जल्दी उठने के विचार को ज्यादा महत्व नहीं देते। लेकिन, असल में यह ज़रूरी नहीं है कि वे मानसिक और शारीरिक तौर पर बिलकुल स्वस्थ ही हों। सुबह जल्दी उठने से हमारी दिनचर्या की सही तरह से शुरुआत होती है और कुछ समय की एक वॉक हमें पुरे दिन तरो-ताज़ा महसूस करवाने के लिए काफी है।
Advertisment

एक्सरसाइज से मन चुराना


बहुत लोग अपने आप को फिट और तंदरुस्त मानते हैं। वे एक्सरसाइज करने और सुबह जल्दी उठने के विचार को ज्यादा महत्व नहीं देते। लेकिन, असल में यह ज़रूरी नहीं है कि वे मानसिक और शारीरिक तौर पर बिलकुल स्वस्थ ही हों। सुबह जल्दी उठने से हमारी दिनचर्या की सही तरह से शुरुआत होती है और कुछ समय की एक वॉक हमें पुरे दिन तरो-ताज़ा महसूस करवाने के लिए काफी है।
Advertisment

मेडिकेशन को न मानना


मेडिकेशन करने से हम अपने मस्तिष्क को संतुलन में ला पते हैं। बहुत लोग मेडिकेशन करना तब ही शुरू करते हैं जब वे किसी न किसी बीमारी का शिकार हो जाते हैं। इसलिए, ज़रूरी है कि इस चीज़ का महत्व हम जल्द से जल्द समझें। मेडिकेशन से हमारी सोचने की क्षमता बढ़ती है और हम एक स्वस्थ जीवन शैली की तरफ कदम बड़ा सकते हैं।
Advertisment

पढ़िए: महिलाओं के लिए स्वस्थ रहना क्यों है अनिवार्य?
सेहत #एक्सरसाइज #गतिहीन जीवन शैली #मेडिकेशन #स्वस्थ भोजन