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अभी तो बस अप्रैल आयी है पर गर्मी उतनी ही बढ़ गयी है। चुभती गर्मी अपने साथ साथ कई बीमारियां भी लेके आती है। इससे बचने के दो उपाय हैं, या तो आप घर के अंदर बैठे रहें या आप अच्छा खाना खा के, अपने अंदरूनी शरीर को कूल रख के इस धूप को हराये। हमने डॉक्टर मोना भल्ला से बात की जो कि कानपुर में एक डायटीशियन हैं इसपे की आखिर गर्मियों में खाना क्या ग्रहण करना चाहिए। उन्होंने ये कहा।
गर्मियों में सबसे ज़रूरी बात याद रखने वाली ये है कि हम लाइट खाये। गर्मियों में खाना फल या कुछ भी सेहतमंद होना चाहिए। और सबसे बड़ी न लेने वाली चीज़ है तला हुआ खाना। “फ्राइड फ़ूड खाने से आपके शरीर की गर्मी बढ़ती है जिस कारण आप और भी चिढ़ जाते हैं। मसालेदार खाना खाने से मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है इसलिए ये भी कम खाना चाहिए”।
आपको कैसा लगता है जब गर्म धूप में आप एक ग्लास लस्सी पीते हैं? अच्छा न। यही हमारा मतलब था जब हमने कहा था कि पानी हमें कूल रख सकता है। हमारा शरीर 70% पानी से बना हुआ है। गर्मियों में जब हमें पसीना आता है तो वल हमारे शरीर को ठंडक पहुँचाता है। इसी कारण पानी और पीने की हिदायत दी जाती है। पर ये बात हमारी ध्यान इस बात पे भी खींच के लाता है कि हम गर्माहट पैदा करने वाले लिक्विडस न पिए। कुछ लिक्विडस गर्माहट पैदा करते हैं। डॉक्टर भल्ला के अनुसार “टी या कॉफी जैसे लिक्विडस अक्सर ठंडे के दिनों में लिए जाने चाहिए। शिकंजी और पन्ना थोड़े से काले नामक के साथ एक अच्छा ड्रिंक बनाते हैं। फलों का रस भी काफ़ी सही होता है अपनी प्यास बुझाने के लिए ताकि आपको अंदरूनी राहत मिले और आप सेहतमंद रहें।
हमारा पेट अलग अलग मौसमों में अलग तरह बर्ताव करता है। गर्मियों में जब गर्माहट बढ़ती है तो ये दीजेस्टिव सिस्टम भी बदल जाता है इसीलिए ज़रूरी है कि हम ऐसा खाना खाएं जो हमारे दीजेस्टिव सिस्टम को जचे।डॉक्टर भल्ला के अनुसार “कम खाना अलग अलग समय में अच्छा है अगर आप दीजेस्टिव सिस्टम का ख्याल रखे तो, ये आपको ये महसूस करवाता है कि आपका पेट भरा हुआ है एवं ये भी की आपकी अपेटिटे का खयाल रखा जा रहा है। स्टमक इन्फ्लेशन एक आम बीमारी है जोकि इन गर्मियों में हो सकती है। इसलिए तले हुए खाने से दूर रहें ताकि वह आपके पेट में गर्माहट पैदा न हो। गाजर, खीरा और प्रोबियोटिक रिच चेज़ी खाने से आप स्वस्थ रहेंगे”। गर्मियों में खाना थोड़ा थोड़ा करके खाना चाहिए और थोड़ी थोड़ी देर में लेना चाहिए।
डॉक्टर भल्ला के अनुसार “मैंने ऐसे कई लोगों को देखा है जो पूरे साल खाना खाते हैं पर गर्मियों में उनकी इच्छा कम होजाती है। डॉक्टर निशा चौकसी के अनुसार जो कि एक न्यूट्रियोनिस्ट और फिटनेस ट्रेनर हैं, “खाने की इच्छा इसलिए कम होजाती है क्योंकि शरीर को ठंडक चाहिए। हमारे शरीर के अंदर काफ़ी चीज़े गर्माहट पैदा करती हैं, इसी कारण टेम्परेचर को कम करने के लिए हमारा शरीर अपने आप को ठंडा रखना चाहता है , वर्क लोड पे ध्यान देके हम खाते कम हैं। जब भी पसीना निकलता है तो उसके साथ विटामिन और मिनरल भी जाते हैं, ये एक केमिकल इमबलंस बनाता है और ये भी एक कारण है कि आखिर क्यों खाने की इच्छा कम होजाती है”।
1. कम खाये पर सेहतमंद खाये
गर्मियों में सबसे ज़रूरी बात याद रखने वाली ये है कि हम लाइट खाये। गर्मियों में खाना फल या कुछ भी सेहतमंद होना चाहिए। और सबसे बड़ी न लेने वाली चीज़ है तला हुआ खाना। “फ्राइड फ़ूड खाने से आपके शरीर की गर्मी बढ़ती है जिस कारण आप और भी चिढ़ जाते हैं। मसालेदार खाना खाने से मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है इसलिए ये भी कम खाना चाहिए”।
2. पानी आपको कूल रखने में मदद कर सकता है पर अंदरूनी गर्माहट वाला नहीं
आपको कैसा लगता है जब गर्म धूप में आप एक ग्लास लस्सी पीते हैं? अच्छा न। यही हमारा मतलब था जब हमने कहा था कि पानी हमें कूल रख सकता है। हमारा शरीर 70% पानी से बना हुआ है। गर्मियों में जब हमें पसीना आता है तो वल हमारे शरीर को ठंडक पहुँचाता है। इसी कारण पानी और पीने की हिदायत दी जाती है। पर ये बात हमारी ध्यान इस बात पे भी खींच के लाता है कि हम गर्माहट पैदा करने वाले लिक्विडस न पिए। कुछ लिक्विडस गर्माहट पैदा करते हैं। डॉक्टर भल्ला के अनुसार “टी या कॉफी जैसे लिक्विडस अक्सर ठंडे के दिनों में लिए जाने चाहिए। शिकंजी और पन्ना थोड़े से काले नामक के साथ एक अच्छा ड्रिंक बनाते हैं। फलों का रस भी काफ़ी सही होता है अपनी प्यास बुझाने के लिए ताकि आपको अंदरूनी राहत मिले और आप सेहतमंद रहें।
पानी हमें कूल रख सकता है। हमारा शरीर 70% पानी से बना हुआ है। गर्मियों में जब हमें पसीना आता है तो वल हमारे शरीर को ठंडक पहुँचाता है। इसी कारण पानी और पीने की हिदायत दी जाती है।
3. अपने डाइजेस्टिव सिस्टम का ख्याल रखें और वही खाना खाएं जो आपके दीजेस्टन को बढ़ाये
हमारा पेट अलग अलग मौसमों में अलग तरह बर्ताव करता है। गर्मियों में जब गर्माहट बढ़ती है तो ये दीजेस्टिव सिस्टम भी बदल जाता है इसीलिए ज़रूरी है कि हम ऐसा खाना खाएं जो हमारे दीजेस्टिव सिस्टम को जचे।डॉक्टर भल्ला के अनुसार “कम खाना अलग अलग समय में अच्छा है अगर आप दीजेस्टिव सिस्टम का ख्याल रखे तो, ये आपको ये महसूस करवाता है कि आपका पेट भरा हुआ है एवं ये भी की आपकी अपेटिटे का खयाल रखा जा रहा है। स्टमक इन्फ्लेशन एक आम बीमारी है जोकि इन गर्मियों में हो सकती है। इसलिए तले हुए खाने से दूर रहें ताकि वह आपके पेट में गर्माहट पैदा न हो। गाजर, खीरा और प्रोबियोटिक रिच चेज़ी खाने से आप स्वस्थ रहेंगे”। गर्मियों में खाना थोड़ा थोड़ा करके खाना चाहिए और थोड़ी थोड़ी देर में लेना चाहिए।
4. खाने की इच्छा को खो देना- गर्मियों में आम बात
डॉक्टर भल्ला के अनुसार “मैंने ऐसे कई लोगों को देखा है जो पूरे साल खाना खाते हैं पर गर्मियों में उनकी इच्छा कम होजाती है। डॉक्टर निशा चौकसी के अनुसार जो कि एक न्यूट्रियोनिस्ट और फिटनेस ट्रेनर हैं, “खाने की इच्छा इसलिए कम होजाती है क्योंकि शरीर को ठंडक चाहिए। हमारे शरीर के अंदर काफ़ी चीज़े गर्माहट पैदा करती हैं, इसी कारण टेम्परेचर को कम करने के लिए हमारा शरीर अपने आप को ठंडा रखना चाहता है , वर्क लोड पे ध्यान देके हम खाते कम हैं। जब भी पसीना निकलता है तो उसके साथ विटामिन और मिनरल भी जाते हैं, ये एक केमिकल इमबलंस बनाता है और ये भी एक कारण है कि आखिर क्यों खाने की इच्छा कम होजाती है”।