Happy Birthday Indira Gandhi: आज भारत की पहली और आज तक की एकमात्र महिला, प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की 104वीं जयंती है, जिन्हें देश की लौह महिला के रूप में भी जाना जाता है। 19 नवंबर, 1917 को जन्म, इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी, वह देश के पहले प्रधान मंत्री डॉ जवाहरलाल नेहरू की बेटी थीं। अपने जीवन के दौरान, उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कामकाज में सेंट्रल भूमिका निभाई। इंदिरा गांधी जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक और फिर जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 में अपने निधन तक, भारत के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया।
इंदिरा गांधी का राजनीतिक जीवन और निधन
इंदिरा गांधी को हमेशा से राजनीति में रुचि रही थी। 1966 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं। 1977 में उनके लीडरशिप में कांग्रेस ने सत्ता खो दी क्योंकि जनता का गुस्सा 1975 में दो साल के एमरजेंसी के खिलाफ स्पष्ट था। 1980 के अगले चुनावों में हालांकि एक शानदार जीत के साथ सत्ता में वापसी आ गईं। इंद्र को भारत के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों में से एक के रूप में जाना जाता है।
इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर 1984 को नई दिल्ली में उनके घर पर हत्या कर दी गई थी। उसके बॉडीगार्ड ने उनकी हत्या कर दी थी क्योंकि वे ऑपरेशन ब्लू स्टार का बदला लेने की मांग कर रहे थे, जिसमें सिख कम्युनिटी के कई लोग मारे गए थे।
इंदिरा गांधी के 10 मोटिवेशनल कोट्स हैं:
1. अगर मैं राष्ट्र की सेवा में मर भी जाऊं तो मुझे इस पर गर्व होगा। मेरे खून की एक-एक बूंद इस राष्ट्र के विकास और इसे मजबूत और गतिशील बनाने में योगदान देगी।
2. शिक्षा मुक्ति देने वाली शक्ति है, और हमारे युग में यह एक लोकतांत्रिक शक्ति भी है, जो जाति और वर्ग की बाधाओं को काटकर जन्म और अन्य परिस्थितियों से उत्पन्न असमानताओं को दूर करती है।
3. एक राष्ट्र की ताकत अंततः इस बात में होती है की वह अपने दम पर क्या कर सकता है, न कि इस बात में की वह दूसरों से क्या उधार ले सकता है।
4. मेरे दादाजी ने एक बार मुझसे कहा था कि दो तरह के लोग होते हैं: वे जो काम करते हैं और दूसरे जो श्रेय लेते हैं। उन्होंने मुझे पहले समूह में रहने की कोशिश करने के लिए कहा; वहां बहुत कम प्रतिस्पर्धा थी।
5. आजादी के लिए लड़ने वाले सभी लोग मेरे हीरो हैं। मेरा मतलब है, यह उस तरह की कहानी थी जो मुझे पढ़ना पसंद थी, स्वतंत्रता संग्राम आदि।
6. अगर मैं एक हिंसक मौत मर ती हूं, जैसा की कुछ डर और कुछ साजिश कर रहे हैं, मुझे पता है की हिंसा हत्यारों के विचार और कार्यों में होगी, मेरे मरने में नहीं।
7. प्रश्न की शक्ति ही सभी मानव प्रगति का आधार है।
8. मैं कोई ऐसी व्यक्ति नहीं हूं - जिस पर किसी का या किसी देश का दबाव हो।
9. चुनाव जीतना यां हारना, देश को मजबूत करने से कम महत्वपूर्ण है।
10. क्षमा करना वीरों का गुण है।