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क्रिकेट वर्ल्ड में महिलाओं ने हमारे देश में एक अलग ही लेवल पर नाम कमाया है। उन्हीं क्रिकेट वर्ल्ड की महिलाओं में से एक हैं अंजुम चोपड़ा जो आज अपने जन्मदिवस पर 44 वर्ष की हो जाएंगी। आइए जानते हैं अंजुम चोपड़ा से जुड़ी 10 खास बातें
अंजुम चोपड़ा इंडियन महिला क्रिकेट टीम की एक बहुत ही बेमिसाल खिलाड़ी रही हैं। उन्हें बचपन से ही क्रिकेट में काफी रूचि थी जिसके चलते उन्होंने अपने इंटर कॉलेज टीम में भी क्रिकेट खेला जिससे वो दिल्ली U-15 टीम में पहुंची।
अंजुम इंडिया हमेशा भारत की दिग्गज Batswoman के तौर पर देखी गई और उन्हें 17 साल की उम्र में 1995 में Zealand की वुमन क्रिकेट टीम के सामने खेलते हुए देखा गया।
इतना ही नहीं उन्होंने 2002 में साउथ अफ्रीकन टीम और इंग्लैंड टीम पर भी अपनी जीत हासिल की थी। एक कैप्टन के तौर पर उन्होंने अपनी टीम को 2005 में वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक भी पहुंचाया था।
10 साल से ज्यादा क्रिकेट में देने के बाद अंजुम ने रिटायरमेंट के बाद FORE दिल्ली से एमबीए पूरा किया और फिर एक मोटिवेशनल स्पीकर बन गई जिसमें वह बड़ी-बड़ी कंपनियों जैसे वोडाफोन, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक इत्यादि की तरफ से इवेंट किया इवेंट किया करती थी।
अंजुम ने कुछ सालों बाद दिल्ली के एक आईएएस ऑफिसर से शादी की और कुछ समय बाद एक क्रिकेट कमेंटेटर बन गई।
अंजुम का जन्म 20 मई 1977 को हुआ था। अंजुम ने अपनी पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल आर के पुरम से पूरी की है और अपना कॉलेज सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी से पूरा किया है। इसके बाद उन्होंने मैनेजमेंट में MBA भी किया।
यूं तो अंजुम का पसंदीदा खेल क्रिकेट की रहा है लेकिन उन्हें इसके अलावा गोल्फ खेलना भी बेहद पसंद है। अंजुम के पसंदीदा क्रिकेटर व स्पोर्ट्पर्सन सचिन तेंदुलकर हैं।
अंजुम ने women's cricket world- A journey from 1745 to 2013 किताब में सह-लेखिका की भागीदारी भी निभाई । यह किताब आज भी क्रिकेट और औरतों के संबंध को खूबसूरती से निखारती है।
उन्होंने हमेशा ही देश की टॉप खिलाड़ियों में अपना नाम दर्ज कराया है इसलिए उन्हें कई सारे अवार्ड मिले हैं जिन्हे सबसे पहलेशामिल पद्मश्री जो उन्हें 2014 में मिला था और दूसरा है अर्जुन अवॉर्ड जो उन्हें 2007 में मिला था।
अंजुम ने क्रिकेट टीम में अपनी जगह उनके कई कोच और मेंटॉर्स की सहायता से बनाई है जैसे कि तारक सिंह, हरदीप दुआ और सुनीता शर्मा जिन्होंने अंजुम को हमेशा सराहा और आगे बढ़ाया है।
अंजुम हंड्रेड स्कोर बार को पार करने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर रहीं हैं।
अंजुम ने कुल 4 वर्ल्ड कप में अपनी जगह बनाई है।
उन्हें साउथ अफ्रीका में गुडविल एंबेसडर भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने औरतो मैं ब्रेस्ट कैंसर के ऊपर खुलकर बात करना शुरू की थी
1. इंडियन महिला क्रिकेट टीम में रहीं मुख्य खिलाड़ी
अंजुम चोपड़ा इंडियन महिला क्रिकेट टीम की एक बहुत ही बेमिसाल खिलाड़ी रही हैं। उन्हें बचपन से ही क्रिकेट में काफी रूचि थी जिसके चलते उन्होंने अपने इंटर कॉलेज टीम में भी क्रिकेट खेला जिससे वो दिल्ली U-15 टीम में पहुंची।
2. अंजुम ने क्रिकेट में कमाया खूब नाम
अंजुम इंडिया हमेशा भारत की दिग्गज Batswoman के तौर पर देखी गई और उन्हें 17 साल की उम्र में 1995 में Zealand की वुमन क्रिकेट टीम के सामने खेलते हुए देखा गया।
इतना ही नहीं उन्होंने 2002 में साउथ अफ्रीकन टीम और इंग्लैंड टीम पर भी अपनी जीत हासिल की थी। एक कैप्टन के तौर पर उन्होंने अपनी टीम को 2005 में वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक भी पहुंचाया था।
3. क्रिकेट के बाद अंजुम की जिंदगी
10 साल से ज्यादा क्रिकेट में देने के बाद अंजुम ने रिटायरमेंट के बाद FORE दिल्ली से एमबीए पूरा किया और फिर एक मोटिवेशनल स्पीकर बन गई जिसमें वह बड़ी-बड़ी कंपनियों जैसे वोडाफोन, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक इत्यादि की तरफ से इवेंट किया इवेंट किया करती थी।
4. अंजुम की शादी
अंजुम ने कुछ सालों बाद दिल्ली के एक आईएएस ऑफिसर से शादी की और कुछ समय बाद एक क्रिकेट कमेंटेटर बन गई।
5. अंजुम की पढ़ाई
अंजुम का जन्म 20 मई 1977 को हुआ था। अंजुम ने अपनी पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल आर के पुरम से पूरी की है और अपना कॉलेज सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी से पूरा किया है। इसके बाद उन्होंने मैनेजमेंट में MBA भी किया।
6. पसंदीदा खेल व खेल से जुड़ी चीज़ें
यूं तो अंजुम का पसंदीदा खेल क्रिकेट की रहा है लेकिन उन्हें इसके अलावा गोल्फ खेलना भी बेहद पसंद है। अंजुम के पसंदीदा क्रिकेटर व स्पोर्ट्पर्सन सचिन तेंदुलकर हैं।
7. अंजुम की किताब
अंजुम ने women's cricket world- A journey from 1745 to 2013 किताब में सह-लेखिका की भागीदारी भी निभाई । यह किताब आज भी क्रिकेट और औरतों के संबंध को खूबसूरती से निखारती है।
8. अंजुम चोपड़ा के खिताब
उन्होंने हमेशा ही देश की टॉप खिलाड़ियों में अपना नाम दर्ज कराया है इसलिए उन्हें कई सारे अवार्ड मिले हैं जिन्हे सबसे पहलेशामिल पद्मश्री जो उन्हें 2014 में मिला था और दूसरा है अर्जुन अवॉर्ड जो उन्हें 2007 में मिला था।
9. उनके मेंटॉर्स
अंजुम ने क्रिकेट टीम में अपनी जगह उनके कई कोच और मेंटॉर्स की सहायता से बनाई है जैसे कि तारक सिंह, हरदीप दुआ और सुनीता शर्मा जिन्होंने अंजुम को हमेशा सराहा और आगे बढ़ाया है।
10. अंजुम से जुड़ी चौंकाने वाली बातें
अंजुम हंड्रेड स्कोर बार को पार करने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर रहीं हैं।
अंजुम ने कुल 4 वर्ल्ड कप में अपनी जगह बनाई है।
उन्हें साउथ अफ्रीका में गुडविल एंबेसडर भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने औरतो मैं ब्रेस्ट कैंसर के ऊपर खुलकर बात करना शुरू की थी