Kalpana Chawla: कल्पना चावला भारत का गौरव बढ़ाने वाली और औरतों के लिए मिसाल बनने वाली, स्पेस में सफर करने वाली पहली महिला थी। आज उनके नाम पर कई यूनिवर्सिटीज, अवार्ड व सड़के है। बचपन से उन्हें स्पेस में रूचि रही, कल्पना के पिताजी उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे पर उन्होंने अपने साहस और पक्के इरादे से अपने सपनों को साकार कर पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन किया।
उन्होंने कभी होंसला नहीं छोड़ा और ना ही असफलता से घबराई, स्त्री-पुरष के फ़र्क से ऊपर उठकर उन्होंने सबके लिए मिसाल कायम की। अपनी तरह मध्यवर्गी परिवार से संबंध रखने वाली लड़कियों के लिए आदर्श बनी। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री के लिए फरवरी 1 का दिन काफी खास था, वह सोलह दिन के बाद ज़मीन पर कदम रखने वाली थी पर एक दुर्घटना ने सब कुछ तबाह कर दिया।
कोई तकनीकी खराबी को वजह से अंतरिक्षयान क्रैश हो गया और 6 साथियो समेत कल्पना की मौत हो गयी। स्पेस इस वंडर वुमन कही जाने वाली जिस पर सभी को गर्व था आईए जानते है उसके बारे में कुछ अनसुनी बातें।
कल्पना चावला के बारे में 10 अनसुनी बातें -
1. कल्पना चावला की जन्म तिथि 1 जुलाई 1961 दर्ज है पर असल में उनका जन्म 17 मार्च 1962 में हरयाणा के करनाला में हुआ था।
2. 1982 में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग इन एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर यूनाइटेड स्टेट्स चली गई।
3. 1982 में यूनाइटेड स्टेट्स पहुँचकर उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्सस से मास्टर ऑफ़ साइंस इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की और 1984 में यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलोराडो बोल्डर से दूसरी मास्टर्स की डिग्री और पीएचडी, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में की।
4. कल्पना चावला के नाम पर वीरता अवार्ड भी है जिसे "कल्पना चावला bravery अवार्ड" कहा जाता है।
5. कल्पना चावला के सम्मान में न्यू यॉर्क की सिटी "लिटिल इंडिया" की 74 स्ट्रीट का नाम "कल्पना चावला वे" किया गया।
6. कल्पना चावला को 1991 में अमेरिका की नगरिकता मिली थी।
उनका विवाह जीन पिएर्रे हैरिसन से 1983 में हुआ था, वह उड़ान प्रशिक्षक और विमान लेखक थे।
7. कल्पना चावला अपनी मौत के वक्त 40 वर्ष की थी उनकी मौत फरवरी 1, 2003 में हुई।
8.पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल का नाम "चावला" रखा गया और साथ में एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के बेस्ट स्टूडेंट को पचीस हज़ार, एक मैडल और सर्टिफिकेट दिया जाता है।
9.कल्पना की आखरी इच्छा के अनुसार उसके नश्वर आज भी सिय्योन नेशनल पार्क उटाह में है।
10. कल्पना चावला ने दो बार स्पेस की उड़ान भरी थी पहली बार 1997 में प्राइमरी रोबोटिक आर्म ऑपरेटर बनकर 1.04 करोड़ मील का सफर तय किया और पृथवी के 252 परिक्रमाए की।