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17 Dancers Rescued From Mumbai Bar: मुंबई पुलिस ने 17 बार डांसर को बचाया, सीक्रेट बेसमेंट में थे बंद

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Swati Bundela
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17 Dancers Rescued From Mumbai Bar: मुंबई पुलिस की समाज सेवा ब्रांच ने रविवार देर रात को अंधेरी के दीपा डांस बार में रेड मारी। खबर में पता लगाया गया है कि, कुछ दिन पहले एक एनजीओ ने बार के खिलाफ कंप्लेंट दर्ज करवाई थी। मुंबई पुलिस की रेड के दौरान अंधेरी के दीपा बार में 17 महिलाओं को बचाया गया था जिन्हें बेसमेंट में कैद किया हुआ था।  

मुंबई के किस बार में रेड मारी गई और इसका पता कैसे चला?

मुंबई के अंधेरी जिले के दीपा बार में कल यानी सोमवार 12 दिसंबर को पुलिस रेड ने 17 महिला डांसर्स को बचाया। महिलाओं को एक सीक्रेट बेसमेंट के अंदर पाया गया जो एक मेकअप रूम से जुड़ा हुआ था, एक पुलिस अधिकारी ने बताया। अंधेरी के बार में रविवार रात रेड की गई, गुप्त सूचना एक एनजीओ के आधार पर वहां ग्राहकों के सामने महिलाओं को डांस करवाया जाता है। 

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17 महिलाओं को बचाया गया 

सूचना मिलने के बाद पुलिस ने दीपा बार में रेड की। तलाशी अभियान हालांकि पुलिस टीम के लिए प्लेन के अनुसार नहीं हुई। बाथरूम, स्टोरेज रूम और यहां तक ​​कि किचन जहां लड़कियों को छुपाया जाता था, सभी जगह खाली थी। पुलिस ने फिर भी खोज को जारी रखा। बार मैनेजर, कैशियर और वेटर की लगातार पूछताछ में भी कोई इनफॉर्मेशन नहीं मिली क्योंकि सब बार में महिलाओं के डांस का इस्तेमाल होने से इनकार करते रहे। 

हालांकि, उसके बाद पुलिस की नजर एक बड़े शीशे पर पड़ी जो मेकअप रूम में लगा हुआ था। पुलिस ने शीशे को हटाने की कोशिश की लेकिन शीशा बहुत मजबूती से दीवार से जोड़ा गया था, पुलिस ने शीशे को तोड़ा और वहां से सीक्रेट बेसमेंट की ओर जाने वाला एक मार्ग अंदर पाया गया। पुलिस अंदर गई और उन्हें वहां 17 महिलाएं मिली। बेसमेंट में एसी, बेड सब कुछ था, पुलिस ने बताया।

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पुलिस ने दर्ज की कंप्लेंट 

मुंबई पुलिस ने बार मैनेजर और कैशियर को गिरफ्तार किया है और उन पर अंधेरी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है और इन्वेस्टिगेशन चल रही है। इसके अलावा, मुंबई पुलिस के नियमों के खिलाफ, बार डांसर्स बार में खुलेआम डांस करती हैं और हर दिन सैकड़ों लोग इस बार डांसर्स पर लाखों रुपये खर्च करने आते हैं।

समाज सेवा शाखा के डीसीपी राजू भुजबल ने बताया कि, टीम ने जब छापा मारा तो शुरू में कुछ नजर नहीं आया। बाद में पुलिस को कांच की दीवार पर शक हुआ। पूरी छापेमारी 15 घंटे तक चली जिसके बाद 17 महिलाओं को बचाया गया।

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