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मगर कई बार महिलाएँ अपनी जॉबनौकरीसे बेहद परेशान और तनाव ग्रस्त हो जाती हैं। और कई मामलों में तो वो अपने तनाव का कारण भी समझ नहीं पाती कि ऐसा क्यों हो रहा है। अपनी जॉब से होने वाले तनाव को न समझ पाना कोई इतनी अलग बात नहीं है, यह बेहद मामूली है। और यह सोचना बेहद सामान्य कि इतनी अच्छी नौकरी है, सैलरी है तो जरूर तनाव का कारण कुछ दूसरा होगा। मगर ध्यान रहें, चीज़े हकीकत से उलट भी हो सकती हैं ।
नीचे 4 signs बताये गए है, अगर आप इन signs को खुद के जीवन से जुड़ा पाती है तो आपके तनाव का कारण आपकी नौकरी हो सकती है। और आपको अपनी जॉब बदल लेने की जरूरत है।
1. हर वक्त चिढ़चिढ़ा रहना ।
अगर आप अपने काम के वक्त हमेशा चिढ़चिढ़ी रहती है तो इसका मतलब है कि आपका अपनी जॉब में मन नहीं लगता है। और आप अपनी नौकरी से खुश नही हैं।
यदि चीज़े आपने ठीक समय से नहीं बदली तो आप इस कारण काफ़ी परेशान हो जाएंगी और तनाव से भी ग्रस्त हो सकती हैं। आपको जरूरत है इस काम को छोड़, उस काम को करने कि जिसमें आप खुश रह सकें। ऐसा करने से आपका स्वभाव भी आसानी से शांत हो जाएगा।
2. सैटिस्फैक्शन ( satisfaction ) न मिलना ।
दिनभर काम करने के बाद भी, यदि आपको अपने काम से खुशी न मिलें। और संतुष्टि के बजाये आपका मन और ज्यादा परेशान हो जाये तो समझ लें आप अपने प्रेजेंट जॉब से खुश नहीं हैं। और अब आपको जरूरत है अपनी नौकरी बदलने की ।
3. छोटा काम भी बोझ लगना ।
यह बेहद सामान्य बात है कि जिस काम को करने में आपको खुशी मिलती है , वो काम कभी भी आपको बोझ नहीं लगेगा। क्योंकि आप उस काम को करने में बेहद खुश हैं।
अब यदि आपको अपनी प्रेजेंट नौकरी में हर छोटा काम भी बोझ लगता है, और उसको करने का बिल्कुल मन नहीं करता है तो इसका साफ मतलब है कि आप अपनी इस नौकरी में खुश नही हैं। और आपको इस नौकरी को छोड़ने की जरूरत है।
4. जॉब में जाने का मन न करना ।
एक छोटा बच्चा अपने स्कूल जाते वक्त बहुत रोता है और तरह-तरह के बहाने बनाते है, ताकि वो स्कूल न जा पाएँ। वो ऐसा इसीलिए करता है क्योंकि उसे उस माहौल की अभी आदत नहीं पड़ी हैं और वो अपने घर के लोगो से दूर नहीं जाना चाहता है। लेकिन यहाँ पर यह भी साफ़ है कि उस छोटे बच्चे को अभी स्कूल जाने के महत्त्व का नहीं पता है।
पर यहाँ जब हम बड़ों के जॉब से दूर भागने की बात करते है तो वो थोड़ी अलग और जटिल होती है।
बड़े अपनी नौकरी पर जाने के महत्व को अच्छे से समझते है मगर फिर भी अगर उनका मन वहाँ जाने को नहीं करता तो यह साफ है कि उन्हें अपनी जॉब अपने अनुरूप नहीं लगती है। इसपर उन्हें जरूरत है अपनी प्रेजेंट जॉब को छोड़, उस काम की खोज़ में निकलने की जिसमें उनका मन लग सके और वो आगे खुश रह पाएँ।