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वॉटर इंटोक्सिकेशन एक ऐसी कंडीशन है जिसमें हम ओवर हाइड्रेशन कर लेते हैं। वॉटर इंटोक्सिकेशन के कई साइंस है जैसे इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस और हमारे ब्लड में सोडियम कंसंट्रेशन लेवल का कम हो जाना। वॉटर इंटोक्सिकेशन के और सिम्पटम्स हैं वोमिटिंग, जी मिचलाना और सरदर्द। इस कंडीशन का मतलब सिर्फ ये नहीं है की आप ज़रूरत से ज़्यादा पानी पी रहे हैं बल्कि ये है की आयरन रिच कंटेंट वाला पानी पी रहे हैं। जानिये वॉटर इंटोक्सिकेशन के 5 साइड इफेक्ट्स:
जब हम ज़रूरत से ज़्यादा पानी पीते हैं तो हमारे बॉडी का सोडियम लेवल गिर जाता है जिस कारण हमारे सेल्स में भी पानी ओसमोसिस प्रोसेस के थ्रू एंटर कर जाता हैं। ऐसे सिचुएशन में हमारे सेल्स स्वेल कर जाते हैं। ये बहुत खतरनाक सिचुएशन है क्योंकि फिर इसके कारण हमारे मसल्स और टिशुस को भी बहुत नुक्सान पहुँच सकता है।
एक्सपर्ट्स का मानना है की ज़रूरत से ज़्यादा वॉटर कंसम्पशन हमारे हार्ट को भी फ़ैल कर सकता है। ये एक्सेस वॉटर हमारे बॉडी के ब्लड वॉल्यूम को बढ़ा सकता है जिस कारण ये ब्लड ज़रूरत से ज़्यादा ही प्रेशर हमारे ब्लड वेसल्स और हार्ट पर एक्सेरत कर सकता है। जब अगर ऐसा हो तो आपका हार्ट फ़ैल हो सकता है।
ओवर हाइड्रेशन के कारण आपकी किडनी डैमेज हो सकती है। एक्सेस वॉटर के कारण आपके अर्जीनाइन वैसोप्रेसिन प्लाज्मा का लेवल घट सकता है। ऐसे सिचुएशन में आपके किडनी फंक्शन्स प्रेसेर्व हो सकते हैं और अंत में आपकी किडनी पूरी तरह से डैमेज हो सकती है।
एक्सपर्ट्स की माने तो ओवर हाइड्रेशन से होने वाली बिमारियों का मुख्य कारण है ज़रूरत से ज़्यादा आयरन कंटेंट वाले पानी का सेवन करना। अगर आप आयरन इस प्रोसेस के थ्रू ज़्यादा लेंगे तो आपको लिवर से सम्बन्धी कई सारे प्रोब्लेम्स हो सकते हैं जो फिर आपके स्वास्थ्य को ख़राब कर देंगे।
जब आपके ओवर हाइड्रेशन के कारण सोडियम लेवल गिर जाते हैं तो आपके ब्रेन सेल्स स्वेल हो जाते हैं। इस कारण आपको लॉस ऑफ़ स्पीच, डिसोरिएन्टेशन और वाकिंग में इनएबिलिटी भी आ सकती है। इसलिए अपने रोज़ के वॉटर ग्लासेज का एक काउंट ज़रूर रखें।
ये सामान्य रूप का से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको कोई विशिष्ट सलाह की ज़रूरत है तो कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें।
1. हमारे सेल्स को स्वेल कर देता है
जब हम ज़रूरत से ज़्यादा पानी पीते हैं तो हमारे बॉडी का सोडियम लेवल गिर जाता है जिस कारण हमारे सेल्स में भी पानी ओसमोसिस प्रोसेस के थ्रू एंटर कर जाता हैं। ऐसे सिचुएशन में हमारे सेल्स स्वेल कर जाते हैं। ये बहुत खतरनाक सिचुएशन है क्योंकि फिर इसके कारण हमारे मसल्स और टिशुस को भी बहुत नुक्सान पहुँच सकता है।
2. हार्ट फेलियर
एक्सपर्ट्स का मानना है की ज़रूरत से ज़्यादा वॉटर कंसम्पशन हमारे हार्ट को भी फ़ैल कर सकता है। ये एक्सेस वॉटर हमारे बॉडी के ब्लड वॉल्यूम को बढ़ा सकता है जिस कारण ये ब्लड ज़रूरत से ज़्यादा ही प्रेशर हमारे ब्लड वेसल्स और हार्ट पर एक्सेरत कर सकता है। जब अगर ऐसा हो तो आपका हार्ट फ़ैल हो सकता है।
3. किडनी डैमेज
ओवर हाइड्रेशन के कारण आपकी किडनी डैमेज हो सकती है। एक्सेस वॉटर के कारण आपके अर्जीनाइन वैसोप्रेसिन प्लाज्मा का लेवल घट सकता है। ऐसे सिचुएशन में आपके किडनी फंक्शन्स प्रेसेर्व हो सकते हैं और अंत में आपकी किडनी पूरी तरह से डैमेज हो सकती है।
4. लिवर में प्रॉब्लम
एक्सपर्ट्स की माने तो ओवर हाइड्रेशन से होने वाली बिमारियों का मुख्य कारण है ज़रूरत से ज़्यादा आयरन कंटेंट वाले पानी का सेवन करना। अगर आप आयरन इस प्रोसेस के थ्रू ज़्यादा लेंगे तो आपको लिवर से सम्बन्धी कई सारे प्रोब्लेम्स हो सकते हैं जो फिर आपके स्वास्थ्य को ख़राब कर देंगे।
5. ब्रेन को करता है एफेक्ट
जब आपके ओवर हाइड्रेशन के कारण सोडियम लेवल गिर जाते हैं तो आपके ब्रेन सेल्स स्वेल हो जाते हैं। इस कारण आपको लॉस ऑफ़ स्पीच, डिसोरिएन्टेशन और वाकिंग में इनएबिलिटी भी आ सकती है। इसलिए अपने रोज़ के वॉटर ग्लासेज का एक काउंट ज़रूर रखें।
ये सामान्य रूप का से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको कोई विशिष्ट सलाह की ज़रूरत है तो कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें।