Advertisment

Leadership Qualities: बच्चों में लीडरशिप क्वालिटीज़ इम्प्रूव करने के 5 तरीकें

author-image
Swati Bundela
New Update
बच्चों को यंग एज से ही लीडरशिप क्वालिटीज़ सीखना बहुत ज़रूरी है ताकि आगे जाकर वो सोसाइटी की प्रगति में अपना योगदान दे सकें। जहाँ कुछ लीडरशिप क्वालिटीज़ बच्चों में हमेशा से होती हैं वहीं कुछ क्वालिटीज़ को निखारने के लिए उन्हें गाइड करना पड़ता है। इसलिए अपने बच्चे के साथ इन बातों पर डिस्कशन ज़रूर करें ताकि सही समय पर की गई सही बात से उसका मार्गदर्शन सही दिशा में हो। जानिए बच्चे के लीडरशिप क्वालिटीज़ को इम्प्रूव करने के ये 5 तरीकें:

Advertisment

1. सही एक्साम्पल सेट करें



अपने बच्चों के सामने लीडरशिप का सही एक्साम्पल सेट करना बहुत ज़रूरी है ताकि उन्हें इसकी इम्पोर्टेंस पता हो। बच्चे जब आपको खुद अपने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को सही तरह से बैलेंस और लीड करते देखेंगे तो उन्हें ये सारी बातें अपनेआप समझ आएगी। इस तरह वो रेस्पोंसिबल और जवाबदार भी बनेंगे।

Advertisment

2. टीम एक्टिविटीज के लिए प्रोत्साहित करें



अपने बच्चे के इंट्रेस्ट्स को पहचानने की कोशिश करें और उन्हें उसी तरह की एक्टिविटीज में पार्टिसिपेट करने के लिए कहें। इसके साथ ही साथ इस बात का भी ध्यान रखें की वो ग्रुप एक्टिविटीज में हिस्सा लें ताकि उसका कॉन्फिडेंस भी बढ़े और टीम के साथ काम करने का एक्सपीरियंस भी।
Advertisment


3. डिसिशन मेकिंग सीखाएं



डिसिशन मेकिंग बच्चे जितनी जल्दी सीखेंगे ये उन्हें उतना ही काम आएगा। इसलिए कोशिश करें की बच्चों को उनके घर से डिसिशन मेकिंग के बारे में सिखाया जाए। हर छोटे-बड़े काम में उनसे राय मांगे और खुद के लिए उन्हें तय करने दें। बच्चों को सिखाये की कैसे किसी भी सिचुएशन में प्रोस और कोन्स को समझ के डिसिशन लिया जाता है।
Advertisment


4. बच्चे के कम्युनिकेशन सीखाएं



अपनी बात सही से लोगों तक कम्यूनिकेट करना भी एक अच्छे लीडर की क्वालिटी है। इसलिए अपने बच्चे को कम्युनिकेशन ज़रूर सीखाएं। जब बच्चे कुछ लोगों के बीच अपनी बात को सही तरह से कम्यूनिकेट कर पाएंगे तो उनमें लीडरशिप के साथ-साथ कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा।
Advertisment


5. बच्चों को काम करने के लिए प्रोत्साहित करें



बच्चों को घर के काम सीखना उनकी बहुत मदद कर सकता है। इसलिए अपने बच्चे को घर के काम के लिए प्रोत्साहित करें लेकिन सिर्फ तभी जब उनके पास इसके लिए समय हो। ये ध्यान रखें की आप बच्चे को घर के कामों में चॉइस दे रहे हैं ताकि उसे खुद भी कण्ट्रोल में होने का एहसास हो।
पेरेंटिंग
Advertisment