Advertisment

बर्नाउट से बचने के 5 बेहतरीन तरीके

author-image
Swati Bundela
New Update

बर्नाउट से बचने का एक अहम तरीका है कि हम अपनी शारीरिक हैल्थ का ध्यान रखें। जब हमारा शरीर अस्वस्थ होता है तो हमारे दिमाग को भी सहना पड़ता है। बर्नाउट एक थकावट की स्थिति होती है जो ज्यादातर अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से होती है। अपना ध्यान ना रखना, ज्यादा काम करना व अपनी मेंटल व इमोशनल हेल्थ का ध्यान ना रखने से बर्नाउट हो जाता है।बर्नाउट की वजह से आप दुखी व अनप्रॉडक्टिव महसूस करने लगते हैं। आपको सुस्ती महसूस होने लगती है।

Advertisment


लेकिन क्या आप जानते हैं की बर्नाउट होता क्या है? बर्नाउट यानी कि इमोशनल, शारीरिक व मेंटल थकान होना। ज्यादातर यह टेंशन लेने की वजह से होता है। इससे हमारी मोटिवेशन कम हो जाती है और काम में हमारा दिल नहीं लगता। ज्यादातर लोग यह काम करने की जगह पर महसूस करते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बर्नाउट से बचना काफी आसान है! आइए जानते हैं 5 तरीके:



Advertisment

1. अपनी शारीरिक हेल्थ का ध्यान रखें: ज्यादा मीठा ना खाएं, एक्सरसाइज करें-इससे आप बर्नाउट से बच पाएंगे। यही नहीं, कोशिश करें कि आप एक ही समय पर सोएं व जागें और आपको 7-8 घंटे की नींद मिल पाए।





Advertisment

सुबह समय से उठें, खुद को रिलैक्स करें, चाय पिए, मेडिटेशन करें या कुछ भी करें जिससे आप रिलैक्स हों। इससे आप पूरे दिन स्ट्रेस फ्री रहेंगे।



2. अपनी कोई हाॅबी पूरी करें: कुछ घंटे अपनी हॉबी पूरी करें, फिर चाहे वह नाचना, गाना, गार्डनिंग करना-कुछ भी हो। क्या आप जानते हैं कि सैन फ्रांसिस्को स्टेट युनिवर्सिटी में हुई एक स्टडी के मुताबिक जो लोग अपनी हॉबी पूरी करते हैं, परफॉर्मेंस में उनका रैंक 15 से 30% ज्यादा आया है! यही नहीं, ऐसे लोग काम करते वक्त आई मुश्किलों के उपाय भी जल्दी ढूंढ लेते हैं।

Advertisment


3. सुबह का एक रूटीन बनाए: भागदौड़ भरी सुबह से दिनभर थकान रहती है। सुबह समय से उठें, खुद को रिलैक्स करें, चाय पिए, मेडिटेशन करें या कुछ भी करें जिससे आप रिलैक्स हों। इससे आप पूरे दिन स्ट्रेस फ्री रहेंगे।



Advertisment

4. सामाजिक एक्टिविटीज भी रखें: चाहे पुराने दोस्तों से मिले या फिर वॉलिंटियर करें, इस सब से आपको इमोशनली अच्छा लगेगा और आप बर्नाउट के शिकार नहीं होंगे।



5. अपने करियर के बारे में सोचें: काम में दिल ना लगने से आपको थकान महसूस हो सकती है व इससे अनप्रोडक्टिविटी बढ़ सकती है। सोचें कि आपको क्या बदलाव चाहिए, और उसकी तरफ कदम बढ़ाएं।

सेहत
Advertisment