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1. डेनमार्क
इस लिस्ट में सबसे ऊपर स्कॅन्डिनेवियन देश डेनमार्क है। ह्यूमन राइट्स और लिंग बराबरी के लिए इस देश को जाना जाता है। मुफ्त का स्वास्थ्य देखभाल और लिंग बराबरी के अलावा इस देश के चाइल्डकैअर सिसिटेम और पैतृक अवकाश मिलने वाली जगहों में गिना जाता है। रिपोर्ट के अनुसार डेनिश औरतें रिटायरमेंट के बाद सबसे ज्यादा सुखी रहती है।
2. स्वीडन
लिस्ट में दूसरे अंक पे स्वीडन आता है। स्वीडन का लिंग बराबरी में काफ़ी बढ़ चढ़ का हिस्सा है। ययहाँ आय में बराबरी रखी जाती है। यहाँ महिला उद्यमती बहुत ज्यादा हैं। इस देश ने महिलाओं को सिर्फ इज़्ज़त ही नहीं दी अपितु उनके सपनों को रोकने वाले वजह को भी खत्म किया।
3. नॉर्वे
तीसरे स्थान पे आने वाला देश नॉर्वे है । 144 देशों में तीसरा स्थान पाने वाला ये देश पैतृक अवकाश देने में कोई झिझक नहीं रखता तभी ये सबमें बढ़कर एक जेंडर इक्वल देश है।
4. नेथेरलैंड्
डच लोगों ने लिंग भेद को कम करने की कोशिश की है और स्वास्थ क्षेत्र में आगे बढ़ा है। ये देश आर्थिक और राजनीतिक तरह से यूं बढ़ रहा है कि ये नई माओं को मैटरनिटी नर्स दे रहा है। नेथेरलैंड्स की राजधानी एम्स्टर्डम को विश्व में गिना जाने वाला सबसे सुरक्षित शहर माना जाता है।
5. फ़िनलैंड
फ़िनलैंड ऐसा पहला देश बना जिसने औरतों के वोट करने के शक्ति पे कोई रोक नहीं लगाया और महिला प्रितिनिधि को एलेक्शन्स में खड़े होने की पूरी आजादी दी। फिनलैंड महिलाओं के लिए एक बहुत स्वागत करता हुआ देश है।