आज जहाँ लोग अपनी सेक्स लाइफ, सेक्स ज़रूरत के लिए जागरूक हो रहे है ,पॉर्नको मनोरंजन व ज्ञान का स्रोत की तरह देख रहे है ना कि शर्मिंदिगी की तरह। इसे छुपा नहीं रहे। ऐसे में पोर्न एडिक्शन एक व्यक्ति के लिए मुसीबत बन कर सामने आ रहा है। यह व्यक्ति और उसके रिश्ते पर प्रभाव डाल रहा है। आईये जानते है- कैसे पोर्न एडिक्शन आपके रिश्ते पर प्रभाव डाल सकता है।
1. इमोशनल सपोर्ट
इंसान पोर्न एडिक्टेड तब होने लगता है जब वह इस पर इमोशनली निर्भर रहने लगे। वह अपनी खुशी भी पॉर्न से ढूँढने लगता है। लोगों के साथ कम समय व्यतीत करता है ख़ास तौर पर अपने पार्टनर के साथ। यह बात आपके पार्टनर को भी समझ आने लगती है कि आप उनके साथ ख़ुशी से समय नहीं बिता पा रहे और ना ही खुश है। ऐसे में रिश्ता टूट भी सकता है।
2. सेक्स लाइफ कम संतोषजनक
जब इंसान पोर्न एडिक्टेड होने लगता है तो वो पॉर्नोग्राफी को सत्य मानने लगता है और अपने पार्टनर से वैसी अपेक्षा करना लगता है। ऐसे में उसका रिश्ता टूटने की कगार पर भी पहुँच जाता है क्योंकि अपनी सेक्स लाइफ से संतुष्ट नहीं हो पाता। उसकी सोच बस पोर्न और पॉर्नोग्राफी तक ही सीमित रह जाती है। जो उसके पार्टनर को भी दुःख पहुचाँती है।
3. रिलेशनशिप को इग्नोर करना
व्यक्ति पॉर्न देखने में इतना व्यस्त हो जाता है कि वो अपने रिलेशनशिप और पार्टनर पर ध्यान देना कम कर देता है। जिस से रिलेशनशिप में झगड़ा होने लगता है। वह इन सब बातों को अनदेखा करता चला जाता है। अंत : रिश्ता पहले जैसा नहीं रहता और ना आप खुश रहते है और ना ही आपका पार्टनर।
4. डिप्रेशन का शिकार
पोर्न एडिक्शन आज इंसान को डिप्रेस्ड बना रहा है। यह बात वो अपने पार्टनर को बताने में संकोश करता है जिससे रिलेशनशिप में शक पैदा होता है। रिश्ते में दर्रार आने लगती है और न चाह कर भी ब्रेकअप हो जाता है। इंसान सोचने समझने की क्षमता खो बैठता है जिसकी वजह से वह अपने रिश्ते को बचा भी नहीं पाता।
5. ग़लतफहमी पैदा होती है
कई बार पार्टनर को इस बात से फर्क नहीं पड़ता की आप पॉर्न देखते है कि नहीं परंतु कई बार उन्हें इस बात से फर्क पड़ता है और दुःख भी होता है। ऐसे में उन्हें दुःख ना पहुँचे आप उनसे यह बात छुपाते है। यह ग़लतफहमी, बिना वजह की चिंता और शक का कारण बन जाती है। जिससे रिश्ता ख़राब हो जाता है। अंत अपने पार्टनर से बात करें और इसका हल ढूँढे वरणा अंजाम बुरा हो सकता है।