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असम में पहली बार एक महिला वित्त मंत्री चुनी गयी है। नव निर्वाचित मुख्यमंत्री श्री हिमंता बिस्वा सरमा ने अपने सरकार में वित्त विभाग 5 बार गोलाघाट से विधायक रह चुकी श्रीमती अजंता नियोग को सौंपा। यह विभाग पिछली बार खुद हिमता बिस्वा ने श्री सर्बानंद सोनोवाल की सरकार में संभाला था।
46 वर्षीय अजंता नियोग ने गुवाहाटी विश्वविद्यालय से लॉ में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की हैं। 1996 में उनके पति नागेन नियोग की यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ़ असम (ULFA) द्वारा हत्या कर दी गयी थी। इसके पश्चात भूतपूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने उन्हें राजनीती में मौका दिया। तरुण गोगोई की सरकार में भी वो पब्लिक वर्क्स विभाग को भी संभल चुकी हैं।
गोलाघाट से ही 5 बार विधान सभा चुनाव जीत चुकी है अजंता नियोग। 2001 में पहली बार उन्होनें विधान सभा में चुनाव लड़े थे और अपने विपक्षी उमीदवार को करीब 1000 मतों से परास्त किया था। उसके बाद से अब तक उन्होनें हर बार गोलाघाट से चुनाव जीते हैं और अब सबसे लम्बे समय से असम की महिला विधयक होने का गौरव भी उन्हें प्राप्त है। दिसंबर 2020 में उन्होनें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन की और अभी हाल ही में असम में संपन्न हुए विधान सभा चुनावों में उन्होनें 9036 मतों से विजय प्राप्त की है।
वित्त मंत्री के प्रभार के लिए चुने जाने के बाद नियोग ने बताया की ये उनके लिए ये बहुत ही हर्ष और गर्व की बात है। माननीय मुख्यमंत्री का को धन्यवाद देते हुए उन्होनें बताया की वो अपने लोगों की बहुत शुक्रगुज़ार है। पदभार सँभालने के बाद उन्होनें ये भी बताया की अभी उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती है कोविड-19 की इस महामारी को संभालना।
अजंता नियोग के निर्वाचन पर कई लोगों ने सवाल उठाते हुए इसे गलत ठहराया है क्योंकि उनके अनुसार उनको वित्त विभाग में ज़्यादा अनुभव नहीं है। अपने आलोचकों के लिए उन्होनें बोला की वो पहले पब्लिक वर्क्स विभाग में काम कर चुकी है और इससे उन्हें वित्त विभाग के लिए बेसिक समझ और ज्ञान प्राप्त हो चुका है।
असम की पहली महिला वित्त मंत्री है लॉ ग्रेजुएट
46 वर्षीय अजंता नियोग ने गुवाहाटी विश्वविद्यालय से लॉ में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की हैं। 1996 में उनके पति नागेन नियोग की यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ़ असम (ULFA) द्वारा हत्या कर दी गयी थी। इसके पश्चात भूतपूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने उन्हें राजनीती में मौका दिया। तरुण गोगोई की सरकार में भी वो पब्लिक वर्क्स विभाग को भी संभल चुकी हैं।
5 बार असम से विधायक रह चुकी है अजंता नियोग
गोलाघाट से ही 5 बार विधान सभा चुनाव जीत चुकी है अजंता नियोग। 2001 में पहली बार उन्होनें विधान सभा में चुनाव लड़े थे और अपने विपक्षी उमीदवार को करीब 1000 मतों से परास्त किया था। उसके बाद से अब तक उन्होनें हर बार गोलाघाट से चुनाव जीते हैं और अब सबसे लम्बे समय से असम की महिला विधयक होने का गौरव भी उन्हें प्राप्त है। दिसंबर 2020 में उन्होनें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन की और अभी हाल ही में असम में संपन्न हुए विधान सभा चुनावों में उन्होनें 9036 मतों से विजय प्राप्त की है।
वित्त मंत्री नए प्रभार से काफी उत्साहित है नियोग
वित्त मंत्री के प्रभार के लिए चुने जाने के बाद नियोग ने बताया की ये उनके लिए ये बहुत ही हर्ष और गर्व की बात है। माननीय मुख्यमंत्री का को धन्यवाद देते हुए उन्होनें बताया की वो अपने लोगों की बहुत शुक्रगुज़ार है। पदभार सँभालने के बाद उन्होनें ये भी बताया की अभी उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती है कोविड-19 की इस महामारी को संभालना।
असम की वित्त मंत्री चुने जाने पर आलोचकों उठाये प्रश्न
अजंता नियोग के निर्वाचन पर कई लोगों ने सवाल उठाते हुए इसे गलत ठहराया है क्योंकि उनके अनुसार उनको वित्त विभाग में ज़्यादा अनुभव नहीं है। अपने आलोचकों के लिए उन्होनें बोला की वो पहले पब्लिक वर्क्स विभाग में काम कर चुकी है और इससे उन्हें वित्त विभाग के लिए बेसिक समझ और ज्ञान प्राप्त हो चुका है।