जैसे जैसे बच्चे बड़े होते हैं उनकी आदतें भी बदलती चली जाती हैं। कभी बच्चे बुरी और गंदी आदतें भी सीख लेते हैं जो दूसरों के सामने पैरेंट्स को शर्मिंदा कर देती हैं। अगर कोई बच्चा बार बार गलत काम करें और आपके मना करने पर भी नहीं सुधर रहा है तो इसका मतलब है कि बच्चे को उस चीज की बुरी आदत लग गई है। कई कारणों से बच्चे बुरी आदतें सीखते हैं जैसे कि जब उन्हें कुछ बुरा लगता है तो खुद को शांत करने के लिए वो गलत हरकतें करने लगते हैं। बच्चों की आदतों को ठीक रखना ज़रूरी है
इसका एक उदाहरण यह भी है कि जब बच्चों को गुस्सा आता है तो वो अक्सर घर का सामान तोड़ देते हैं या गुस्से में घर की चीजें अस्त व्यस्त कर देते हैं। हो सकता है कि ऐसा करने से उनका मन शांत होता हो, लेकिन यह है तो बुरी आदत ही जिसे स्वीकार करना मुश्किल है।
अगर आपका बच्चा भी किसी गलत आदत में फंस गया है और उसे छोड़ने से मना कर रहा है तो आपको इस मामले में खुद थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी । यहां हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बता रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने बच्चे की बुरी आदतों को छुड़वा सकते हैं।
जड़ का पता लगाएं
सबसे पहले तो यह जानने की कोशिश करें कि आपके बच्चे को वो गंदी आदत क्यों और कहां से लगी। क्या वो नर्वस होने, तनाव में होने या ज्यादा उत्साहित होने पर ऐसा करता है। अधिकतर बच्चे ऐसा महसूस होने पर दांतों को दबाना और नाखून चबाने जैसी हरकत करते हैं। उन चीजों के बारे में सोचें जो बच्चे को ऐसा करने पर मजबूर करते हैं और फिर उन्हें दूर करने का सही तरीका अपनाएं।
बच्चे को समझाने की कोशिश करें
ऐसा न सोचें कि बच्चा अपने आप इस आदत को छोड़ देगा और आपको इस मामले में कुछ करने की जरूरत नहीं है। उसे सही और गलत के बीच फर्क समझाना आपका काम है। उसे बताएं कि क्यों उसे अपनी बुरी आदत को छोड़ देना चाहिए। उसे समझाएं कि ऐसा करने से उसे क्या नुकसान हो सकता है। अगर आपके समझाने का कोई असर नहीं होता है तो आप किसी प्रोफेशनल की मदद भी ले सकते हैं।
बच्चों की बुरी आदतों को दूर करने के लिए पैरेंट्स अपनाएं ये ट्रिक्स
प्रोत्साहित करें
अगर आप अपने बच्चे को किसी बुरी आदत से दूर करना चाहते हैं तो उसे छोड़ने के लिए उसे प्रोत्साहित करना बंद न करें। जब वो इसे कंट्रोल करने की कोशिश करे तो उसकी तारीफ करें और उसे शाबाशी दें। इससे बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ता है। छोटे बच्चों को कुछ भी अच्छा करने पर स्टार या टॉय दे सकते हैं। इससे बच्चों में कुछ अच्छा करने की लालसा आती है।
सजा न दें
किसी भी आदत को छुड़वाने के लिए सजा देना या बच्चे को शर्मिंदा महसूस करवाना सही नहीं है। इसका उल्टा असर पड सकता है और बच्चा डर और तनाव के कारण और ज्यादा उस आदत में उलझ सकता है। बच्चों को कोई भी बात समझाने के लिए डांट डपट से ज्यादा प्यार का तरीका अपनाना चाहिए।
जल्दबाजी न करें
ये सोचने की जरूरत नहीं है कि कोई आदत एक दिन में ही चली जाएगी। इसमें समय लगता है और बच्चे से रातों रात सुधरने की उम्मीद न करें। अगर आप शांति और धैर्य से काम लेंगी तो बच्चे पर कम दबाव और तनाव पड़ेगा। एक बार में एक ही आदत सुधारने की कोशिश करें।