जब कोई अपने हर काम के लिए दूसरों पर निर्भर हो जाता है, तो वह समाज में अपनी खुद की सही पहचान नहीं बना पाता। दूसरों पर पूरी तरह निर्भरता एक शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति को विकलांग बना देती है। इसलिए, जरूरी है कि इंडिपेंडेंट के गुण बालपन से ही सिखाए जाएं, जिससे बच्चे आगे चलकर अपने काम स्वंय कर सकें।
इंडिपेंडेंट का अर्थ क्या है?
इंडिपेंडेंट का अर्थ होता है, अपने किसी भी काम लिए दूसरों पर निर्भर न होना। एक इंडिपेंडेंट व्यक्ति अपने काम के लिए खुद के परिश्रम को महत्व देता है| और बेहिचक अपने विचारों को प्रकट करता है। साथ ही वो अपने फैसले खुद ही लेना पसंद करता है। देखा जाए तो इंडिपेंडेंट व्यक्ति को जीवन में सही से चलना सिखाती है।
क्यों बच्चे के लिए इंडिपेंडेंट होना जरूरी है?
दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है, ऐसे में प्रत्येक बच्चे के लिए इंडिपेंडेंट होना जरूरी है। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उसे शुरू से इंडिपेंडेंट का गुण सिखाना बहुत जरूरी है। इससे बच्चा अपने काम खुद कर पाएगा और उसकी दूसरों पर Dependency खत्म होगी। साथ ही वो अपने विचार स्कूल या घर में सही से व्यक्त कर पाएगा। साथ ही इंडिपेंडेंट बच्चों में अपने फैसले खुद लेने के गुण को विकसित करती है। बच्चों को इंडिपेंडेंट कैसे बनाये
अपने बच्चे को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 8 तरीके
1. पेशेंस रखना सिखाएं |
बच्चों को किसी भी काम को लेकर पेशेंस रखना सिखाना जरूरी है। कई बार किसी काम या खेल-कूद में असफलता के कारण बच्चे जल्दी निराश और दुखी हो जाते हैं। बच्चों में पेशेंस होना जरूरी है, क्योंकि इससे उनके अंदर Self dependence बढ़ेगी और वो हर काम को पूरे जोश के साथ करेंगे।
2. अपना काम खुद करने दें |
बच्चों को इंडिपेंडेंट बनाने के लिए उनके कुछ काम उन्हें खुद ही करने दें। हां, लेकिन आप उनके काम पर नजर जरूर रखें। जैसे स्कूल का होम वर्क, घर में अपने जूते-चप्पल को सही स्थान पर रखना, खुद का खाना आदि। इन काम से उनके अंदर Self dependence बढ़ेगी और Dicipline भी आएगा।
3. घर के काम में अपने साथ शामिल करें |
घर के छोटे-छोटे कामों में बच्चों को शामिल करने की कोशिश करें। ऐसा करने पर बच्चे और माता-पिता के बीच हमेशा संबंध अच्छे बने रहेंगे। इन कामों में घर की सफाई, खाना बनाते समय मदद, कोई टेक्नोलॉजी से संबंधित काम आदि हो सकते हैं। ध्यान रहे कि इस दौरान बच्चे पूरी नजर रखें और कोई कठीन काम उनसे न करवाएं।
4. पैसे की कीमत समझाएं |
पैसा भी इंसान को इंडिपेंडेंट बनाता है |और आज के समय पैसे के बिना जीवन का गुजारा असंभव है। इसलिए, बच्चों को पैसे की कीमत समझाएं। पैसों को कीमत समझने से वो आगे चलकर सही जगह पैसों को खर्च कर पाएंगे और उनके अंदर इंडिपेंडेंट बनी रहेगी।
5.हमें है भरोसा |
अगर पैरेंट्स समय-समय पर बच्चों को यह कहते हैं कि हमें तुम पर भरोसा है, तो इससे बच्चे को इंडिपेंडेंट बनने में मदद मिल सकती है। इससे बच्चा अपने काम पूरे Self-confidence के साथ कर सकेगा।
6 स्ट्रगल के लिए Encouraged करें |
कुछ काम बच्चे को खुद से और दूसरों की मदद के बिना करने के लिए कहें। उन्हें समझाएं कि कोई भी काम मुश्किल नहीं होता। अगर पूरी मेहनत और लगन से किया जाए, तो कोई भी काम आसानी से किया जा सकता है।