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1. मोबिलिटी का है सस्ता साधन
आजकल रोज़ ही फ्यूल के दाम में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में जो कम्यूटर्स इन फॉसिल फ्यूल्स के सहारे चल रहे हैं उनके लिए दिक्कत बढ़ गई है। इस पान्डेमिक में फ्यूल बिल्स को घटाने के लिए लोग अल्टरनेटिव ऑप्शंस देख रहे हैं। ऐसे में इ-साइकिल एक बहुत अच्छा विकल्प है क्योंकि वो इलेक्ट्रिक बैटरीज पे चलती है। इ-साइकिल को चलाने के लिए प्रति किलोमीटर मात्र 7 पैसे जितनी छोटी रकम की ज़रूरत पड़ती है।
2. इको-फ्रेंडली विकल्प है इ-साइकिल
इको-कॉन्सियस लिविंग को बढ़ावा देने के लिए इ-साइकिल का इस्तेमाल करना बेस्ट है। इ-साइकिल आपको कम डिस्टेंस ट्रेवल करने के लिए काफी कारगर ऑप्शन है। अगर हम अर्बन इंडिया में मोटरसाइकिल और कार को इ-साइकिल के साथ सब्स्टीट्यूट कर दें तो प्रकृति की हालत में अपने आप निखार आ जायेगा।
3. फिटनेस रूटीन में आएगा आनंद
इ-साइकिल ना सिर्फ प्रकृति के लिए अच्छा है बल्कि ये एक इंटेंस कार्डियो वर्कआउट भी है। शोध बताते हैं की एक 70 किलो का राइडर अगर एक घंटा इ-साइकिल चलाए तो वो 280 से 390 कैलोरीज तक बर्न कर सकता है। अभी के समय में जब फिजिकल वर्कआउट सोशल डिस्टन्सिंग के कारण नहीं किया जा सकता इ-साइकिल को यूज़ करना एक अच्छा विकल्प है।
4. लाइसेंस की ज़रूरत नहीं है
अगर आपको बायसाइकिल चलाना आता है तो इ-साइकिल चलाने के लिए आपको अलग से ट्रेनिंग लेने की ज़रूरत नहीं है। एक बार आप इसे चलाना सिख लें तो फिर आपको बहुत मदद मिल जाएगी। इसको चलाने के लिए किसी लाइसेंस की ज़रूरत नहीं है इसलिए ये बच्चों से लेकर बूढ़ों तक में काफी प्रसिद्ध है।
5. ट्रैफिक कंजेस्शन से मिलेगी राहत
अगर हम इस बारे में ज़्यादा गौर करें तो ये पता चलता है की भारत में रोड्स पे ट्रैफिक का सबसे बड़ा कारण है पर्सनल कार का हद से ज़्यादा इस्तेमाल। अगर हम इन पर्सनल कार्स को इ-साइकिल के साथ बदल दें तो ट्रैफिक से हमें कितनी राहत मिल सकती है। इसलिए इ-साइकिल ना सिर्फ इको-फ्रेंडली है बल्कि ये हमें अर्बन रोड्स के ट्रैफिक से भी बचा सकता है।