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Corona Botsvana Strain: कोरोना के आने के बाद कोरोना के कई वैरिएंट भी आए हैं। WHO ने अभी तक कोरोना के 4 वैरिएंट्स बताए हैं पहला है उल्फा / UK वैरिएंट, बेटा / साउथ अफ्रीका वैरिएंट, गामा / ब्राज़ील वैरिएंट और डेल्टा / इंडियन वैरिएंट। अब एक और नया वैरिएंट बोत्स्वाना को लेकर न्यूज़ सामने आयी है।
यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री ने सभी स्टेट्स और यूनियन टेरिटरीज को कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर अलर्ट भेज दिया है। इसके लिए यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी राजेश भूषण ने लेटर भेजा था और कहा था कि बोत्सवाना वैरिएंट के म्यूटेशन बहुत ज्यादा हैं और यह पब्लिक के लिए काफी सीरियस हो सकता है।
इनका यह भी कहना है कि यह स्ट्रेन वक्सीनेटेड लोगों के ऊपर भी अटैक कर सकता है। इसलिए सुरक्षा से रहना बेहद जरुरी है। एक हफ्ते पहले ही इंडिया ने इंटरनेशनल ट्रैवेलर्स को टूरिस्ट वीसा देना चालू किया था। इसके बाद ही यह न्यूज़ सामने आयी है। यूनियन मिनिस्ट्री ने सभी स्टेट्स और यूनियन टेरिटरीज को लेटर भेजा है कि इस सभी अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवेलर्स की टेस्टिंग पर ध्यान दिया जाए और नज़दीकी से फॉलो किया जाए।
यह साउथ अफ्रीका की ही एक जगह है और इस वायरस के कनफर्म्ड केसेस भी साउथ अफ्रीका और होंग कोंग में मिल चुके हैं। अफ्रीका सेंटर ऑफ़ डिजीज कण्ट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि इस वैरिएंट के बारे में अधिक जानकारी जब इस पर रिसर्च की जाएगी तब सामने आएगा। साउथ अफ्रीकन साइंटिस्ट का कहना है कि इस वैरिएंट के ज्यादा म्यूटेशन होने के कारण से यह इम्यून सिस्टम के अंदर तक जा सकता है और जल्दी एक दूसरे को फैल सकता है।
इस वैरिएंट के अभी तक 100 कनफर्म्ड केसेस सामने आ चुके हैं। अब वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़शन से अनुरोध किया जा रहा है कि वो इसको लेकर नवंबर 26 को अर्जेंट बैठक रखें। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि जो भी ट्रैवलर इस टेस्ट के लिए पॉजिटिव आता है उसको INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग लैब भेजना होगा।
क्या है कोरोना का नया स्ट्रेन बोत्सवाना? Corona Botsvana Strain
यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री ने सभी स्टेट्स और यूनियन टेरिटरीज को कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर अलर्ट भेज दिया है। इसके लिए यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी राजेश भूषण ने लेटर भेजा था और कहा था कि बोत्सवाना वैरिएंट के म्यूटेशन बहुत ज्यादा हैं और यह पब्लिक के लिए काफी सीरियस हो सकता है।
इनका यह भी कहना है कि यह स्ट्रेन वक्सीनेटेड लोगों के ऊपर भी अटैक कर सकता है। इसलिए सुरक्षा से रहना बेहद जरुरी है। एक हफ्ते पहले ही इंडिया ने इंटरनेशनल ट्रैवेलर्स को टूरिस्ट वीसा देना चालू किया था। इसके बाद ही यह न्यूज़ सामने आयी है। यूनियन मिनिस्ट्री ने सभी स्टेट्स और यूनियन टेरिटरीज को लेटर भेजा है कि इस सभी अंतर्राष्ट्रीय ट्रैवेलर्स की टेस्टिंग पर ध्यान दिया जाए और नज़दीकी से फॉलो किया जाए।
यह साउथ अफ्रीका की ही एक जगह है और इस वायरस के कनफर्म्ड केसेस भी साउथ अफ्रीका और होंग कोंग में मिल चुके हैं। अफ्रीका सेंटर ऑफ़ डिजीज कण्ट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि इस वैरिएंट के बारे में अधिक जानकारी जब इस पर रिसर्च की जाएगी तब सामने आएगा। साउथ अफ्रीकन साइंटिस्ट का कहना है कि इस वैरिएंट के ज्यादा म्यूटेशन होने के कारण से यह इम्यून सिस्टम के अंदर तक जा सकता है और जल्दी एक दूसरे को फैल सकता है।
इस वैरिएंट के अभी तक 100 कनफर्म्ड केसेस सामने आ चुके हैं। अब वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़शन से अनुरोध किया जा रहा है कि वो इसको लेकर नवंबर 26 को अर्जेंट बैठक रखें। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि जो भी ट्रैवलर इस टेस्ट के लिए पॉजिटिव आता है उसको INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग लैब भेजना होगा।