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डिप्रेशन में आप अकेले खुद को हैंडल नहीं कर पाते और तब आपको मेडिकल हेल्प और काउंसलिंग की जरुरत पड़ती है।
डिप्रेशन के कई लक्षण होते हैं, जिससे आप इसका पता लगा सकते हैं। इसके लक्षण हैं -
1.अचानक से दुखी हो जाना
2.गहरा शॉक
3.देर तक सोना
4.लोगों को अवॉयड करना
5.बार-बार रोना
एक बार आपको पता लगजाए की आपको भी डिप्रेशन है उसके बाद अपनाएं ये पांच तरकीब डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए-
सबसे पहले अगर आप डिप्रेशन दूर करना चाहते हैं तो आठ घंटे की नींद लें। ऐसा करने से आप तरोताजा रहेंगे और आपके मन में नकारात्मक भाव कम आयेंगें।
डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए आप एक विशलिस्ट बनाएं जिस में आप छोटी छोटी ऐसी चीज़ें लिखें जिसे आप पूरा करना चाहते हैं जैसे कि कोई किताब पढ़ना, खुले में नेचर में बैठना , किसी करीबी के साथ समय बिताना। इन सबको पूरा करने से आपको ख़ुशी मिलेगी।
आप कोशिश करें कि आप जो भी कर रहे हैं वो सोच समझकर करें इस से आप अपने गुस्से पर नियंत्रण कर पाएंगे। इस से आप सफाई से आपकी किसी भी दिक्कत का हल निकल पाएंगे। इस से आपको दिमाग में स्थिरता भी महसूस होगी।
जब आप डिप्रेशन में होते हैं तो आपको हर छोटी छोटी चीज़ पर गुस्सा आता है और आप अपने ऊपर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं। ऐसे में आप अपनी बात सामने वाले के सामने प्यार से रखें चाहे गलती आपकी ही क्यों ना हो।
डिप्रेशन के कई लक्षण होते हैं, जिससे आप इसका पता लगा सकते हैं। इसके लक्षण हैं -
1.अचानक से दुखी हो जाना
2.गहरा शॉक
3.देर तक सोना
4.लोगों को अवॉयड करना
5.बार-बार रोना
एक बार आपको पता लगजाए की आपको भी डिप्रेशन है उसके बाद अपनाएं ये पांच तरकीब डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए-
1. आठ घंटे की नींद
सबसे पहले अगर आप डिप्रेशन दूर करना चाहते हैं तो आठ घंटे की नींद लें। ऐसा करने से आप तरोताजा रहेंगे और आपके मन में नकारात्मक भाव कम आयेंगें।
2. विशलिस्ट बनाएं
डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए आप एक विशलिस्ट बनाएं जिस में आप छोटी छोटी ऐसी चीज़ें लिखें जिसे आप पूरा करना चाहते हैं जैसे कि कोई किताब पढ़ना, खुले में नेचर में बैठना , किसी करीबी के साथ समय बिताना। इन सबको पूरा करने से आपको ख़ुशी मिलेगी।
3. पहले सोचे और फिर प्रतिक्रिया करें
आप कोशिश करें कि आप जो भी कर रहे हैं वो सोच समझकर करें इस से आप अपने गुस्से पर नियंत्रण कर पाएंगे। इस से आप सफाई से आपकी किसी भी दिक्कत का हल निकल पाएंगे। इस से आपको दिमाग में स्थिरता भी महसूस होगी।
4. सौम्यता से बात करें
जब आप डिप्रेशन में होते हैं तो आपको हर छोटी छोटी चीज़ पर गुस्सा आता है और आप अपने ऊपर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं। ऐसे में आप अपनी बात सामने वाले के सामने प्यार से रखें चाहे गलती आपकी ही क्यों ना हो।