Fast Affect Mensuration: रमदान का महीना शुरू है और साथ में नवरात्रि भी है। आज तक़रीबन भारत में सभी लोग व्रत रख रहे है। सारा दिन भूखा प्यासा रहना और गर्मी में काम करना किसी टास्क से काम नहीं। व्रत जहाँ अल्लाह की इबादत, भगवान के करीब होने का रास्ता है यह सेहत पर भी प्रभाव डालता है। यह प्रभाव पॉजिटिव भी हो सकता है और नेगेटिव भी।
व्रत के दौरान अक्सर महिलाओं को पीरियड्स ख्याल आता है -"क्या व्रत पीरियड्स पर प्रभाव डालते है तो कैसा, पॉजिटिव या नेगेटिव"? व्रत का प्रभाव व्यक्ति पर सकारात्मक ही होता है पर कुछ गलतियों की वजह से यह नेगेटिव हो जाता है। आईए जानते है कैसे और बचने के टिप्स-
1. लाइफस्टाइल में चैंजेस
फ़ास्ट हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव डालते है। अल्लाह की बंदगी करने का रास्ता, सेल्फ कंट्रोल को प्रमोट करते यह व्रत व्यक्ति के जीवन में भी काफी बदलाव लेकर आते है जैसे खाने पीने पर रेस्ट्रिक्शन्स। ऐसे में शरीर को नुट्रिशन, एनर्जी भी लिमिटेड मिलता है। पर इफ्तार के दौरान कुछ लोग फ्राइड फ़ूड का सेवन अधिक करने लगते है जो पीरियड्स पर इन डायरेक्टली प्रभाव डालता है।
2. खून की कमी
रमदान में खाना-पीना कम हो जाता है। सादा भोजन, धूप गर्मी, प्यास की वजह से थोड़ी दिक्कतें तो आ रही है वही महिलाओं को पीरियड्स की चिंता होने लगती है। खून की कमी की वजह से पीरियड्स में प्रॉब्लम कॉमन है। फ़ास्ट के दौरान इसे दूर करने के लिए इफ्तार के दौरान खजूर खाएं। यह खून की कमी दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद है।
3. परहेज करें
भूख प्यास के कारण व्यक्ति का बुरा हाल हो रहा होता है, इसलिए इफ्तार के खाना खाने के समय जल्दी से जल्दी बिना सोचे समझे बस खाने पर टूट पड़ते है। ऐसा करना आपका पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव डाल सकता है व साथ में अचानक वजन बढ़ने का कारण भी बन सकता है जो पीरियड्स के लिए दिक्कते खड़ी करता है। इसलिए सिर्फ पेट भरने की तरफ ध्यान न दें।
4. क्या खाएं
इफ्तार के दौरान खाने की शुरुआत खजूर से करे, यह शरीर को ताकत देगी, खून की कमी को दूर करेगी। फिर फ्रूट्स खाएं तो थोड़ी देर बाद नार्मल रोटी, सब्ज़ी, दाल-चावल खाएं। ज़्यादा फ़ास्ट व फ्राइड फ़ूड और ठंडा पानी पीने से परहेज करें। एकदम से खाना खाना और फ्राइड फ़ूड व अत्यधिक ठंडे का सेवन सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है।