हर महिला एक रानी है, बॉलीवुड की फेमस मॉडल ,फिल्म निर्देशक , एक्ट्रेस और फिल्म मेकर पूजा भट्ट ने शी द पीपल टीवी को इंटरव्यू में अपने नए शो "बॉम्बे बेगम" के बारे में बताया। यह शो नेटफ्लिक्स पर प्रकाशित होगा। इस शो की मुख्य किरदार पूजा भट्ट हैं जो एक महिला जिसका नाम रानी है उसका किरदार निभाती नज़र आएँगी। नेटफ्लिक्स शो बॉम्बे बेगम्स
यह शो नेटफ्लिक्स पर 8 मार्च - अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस वाले दिन रिलीज़ किया जायेगा।
यह शो 5 लड़कियों की लाइफ के बारे में है
और पूरा शो रानी के किरदार के इर्दगिर्द चलता है। पूजा भट्ट ने बताया की यह उनके लिए काफ़ी बड़ी बात है की 49 की उम्र में उन्हें 49 उम्र की ही महिला का किरदार निभाने मिला।
और अपने कंधो पे लाइफ का पूरा भार लेके काम करना आसान बात नहीं हैं।
रानी के किरदार ने कई तरह के स्टीरिओटाइप्स को तोड़ा है
और अन्य तरह की काफ़ी प्रतिकूल प्रभाव का सामना भी किया है। पूजा भट्ट का मानना है की यह उन्होंने देखा है और स्वयं भी अनुभव किया है की महिलाएँ खुद ही अपने आप को अपनी सोच की कैद में बंद कर लेती हैं।
कोई पुरुष उन्हें बंद नहीं करता बल्कि वे खुद स्वयं को ऐसी जगह बंद कर लेती हैं। जो बाहर से नहीं बल्कि अंदर से ही खुल सकता है। पर वे खुद को पुरुष से कम समझती हैं और इतना आत्मविश्वास खुद में जगा नहीं पाती।
अगर महिलाएँ यह जल्दी समझ जाएं की उन्हें बस हल्का सा धक्का लगाना है उस दरवाज़े पर तो वे आसानी से खुद उस कैद से बाहर आजाएंगी। और अपने आप को किसी भी कार्य के लिए आज़ाद पाएंगी। रानी का किरदार भी पहले कुछ समय तक ऐसा ही रहता है लेकिन फिर वह इस कैद से बाहर आजाता है और बहुत आगे जाता है।
रानी उस क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाती है -
जहाँ बरसों से केवल पुरुष ही राज करते आरहे हैं और उन्हें भी बल्कि पीछे छोर देती है। और वह अपने आपको मानसिक रूप से इतना ताकतवर बना लेती है की कोई पुरुष उसे नीचा न दिखा सके। और तभी असली मायने में रानी बन के उभरती है।
हर महिला एक रानी है-
बस खुद की कैद से निकलना बहुत ज़रूरी है ,उस रानी की तरह हर महिला भी अपने आप को इतना ऊपर उठा सकती है और एक स्वतंत्र , आज़ाद , निर्भय और सम्मानीय जीवन जी सकती है। नेटफ्लिक्स शो बॉम्बे बेगम्स