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निपाह वायरस होने का मुख्य कारण क्या है?
यह वायरस जानवर से इंसानों में पहुँचता है खास तौर पर चमगादड़ और सूअर से। इससे बचने के लिए आपको इन जानवरों से दूरी बनाकर रखने की जरुरत है और जो भी आप खाते पीते हैं उसे अच्छे साफ़ करने की जरुरत है। आपका अगर बगीचा है तो अपने बगीचे के फल भी अच्छे साफ़ करें और अगर आप बाहर से भी कुछ मंगाते हैं तो उसे बिना धोएं बिलकुल भी न खाएं। जिस इंसान को यह वायरस होता है और अगर स्थिति ज्यादा गंभीर हो जाती है तो इंसान इन्सेफेलाइटिस का भी शिकार हो सकता है और 24 से 48 घंटे में कोमा में जा सकता है।
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आपको डायरेक्टली तो इन जानवर के टच में आने से बचना ही है और अगर वो कुछ खाते हैं तो वो चीज़ खाकर भी आपको यह वायरस हो सकता है इसलिए कुछ भी झूठा न खाएं। AIIMS के एक्सपर्ट ने भी फलों को धोने को लेकर ज़ोर डाला है ऐसा एक्सपर्ट्स इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जो फल ज़मीन पर गिरे फल होते हैं या धुले नहीं होते हैं उन पर जानवर जैसे चमगादड़ का थूक मौजूद हो सकता है। इसलिए फलों को खाने से पहले अच्छे से तरीके से धोना बेहद जरुरी हो जाता है।
निपाह वायरस फैलने का मुख्या कारण फलों वाली चमगादड़ होती हैं इसलिए इनसे सतर्क रहना बहुत जरुरी हो जाता है। यह चमगादड़ से अन्य जानवर जैसे सूअर, बकरी, घोड़ा और बिल्ली को भी हो सकता है।