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फ़ायनैन्स को हैंडल करने के लिए हमेशा उसे अपने भाई या पिता की ज़रूरत पड़ती है ? एक लड़की अपने खर्चे और अपने पैसे खुद कभी मैनेज नहीं कर पाती क्योंकि उसे ऐसा करने ही नहीं दिया जाता है। आज हम बात करेंगे हर लड़की के शादी से पहले उनके फ़ायनैन्स हैंडल करने के बारे में।
हर माता -पिता का सबसे पहला फ़र्ज़ यही होता है की वो अपनी बेटी को उसके पैरों पर खड़े होना सिखाये और उसे फिनांशियली इंडिपेंडेंट बनाये। अगर आप चाहते हैं की आपकी बेटी इंडिपेंडेंट बने तो उसे उसकी ज़िन्दगी के फैसले खुद लेने दे। खासतौर पर बेसिक फैसलें जैसे की जॉब, एजुकेशन और अपने पैसों का ध्यान खुद रखने दे। अक्सर ऐसा माना जाता है की महिलाये अपने पैसों का ख्याल खुद नहीं रखती और न ही उन्हें रखने दिया जाता है। पैसा हर किसी को जीवन जीने के लिए बहुत ज़रूरी होता है पर क्या महिलाओं को उनके इस हक़ से दूर रखना क्या सही है ? क्या उन्हें अपने फाइनेंशियल डिसीज़न खुद नहीं लेने चाहिए ?
ज़िन्दगी में स्टेबल रहने के लिए हमे अपने सभी फाइनेंशियल डिसीज़न खुद लेने चाहिए जिससे हमे जीवन में अलग -अलग सिचुऎशन्स को हैंडल करने का तजुर्बा मिलता है। हम बहुत ज़्यादा एक्टिव और स्मार्ट बनते है क्योंकि हम अपने फैसले खुद लेते हैं। अपने मनी डिसीजन्स खुद लेना हमारे आत्म -विश्वास और हमारी पर्सनालिटी को काफी स्ट्रांग बनाता है और हम जीवन में तरक्की की और बढ़ते हैं और जीवन के किसी भी मोड़ पर पीछे न हटने का जज़्बा हमेशा हमे मज़बूत बनाता है।
जिस तरह के फैसले हम अभी लेते हैं वो हमारे भविष्य पर गहरी छाप छोड़ता है। अपने भविष्य के बारे में पहले से प्लान करकर चलने पर हम जीवन में हमेशा तरक्की करते हैं। एक सफल जीवन के लिए अपने सभी फाइनेंशियल डिसीज़न खुद लेने शुरू करें।
पढ़िए :महिलाओं और फाइनेंस से रिलेटेड 5 मिथ्स
माँ -बाप का सबसे बड़ा कर्त्तव्य
हर माता -पिता का सबसे पहला फ़र्ज़ यही होता है की वो अपनी बेटी को उसके पैरों पर खड़े होना सिखाये और उसे फिनांशियली इंडिपेंडेंट बनाये। अगर आप चाहते हैं की आपकी बेटी इंडिपेंडेंट बने तो उसे उसकी ज़िन्दगी के फैसले खुद लेने दे। खासतौर पर बेसिक फैसलें जैसे की जॉब, एजुकेशन और अपने पैसों का ध्यान खुद रखने दे। अक्सर ऐसा माना जाता है की महिलाये अपने पैसों का ख्याल खुद नहीं रखती और न ही उन्हें रखने दिया जाता है। पैसा हर किसी को जीवन जीने के लिए बहुत ज़रूरी होता है पर क्या महिलाओं को उनके इस हक़ से दूर रखना क्या सही है ? क्या उन्हें अपने फाइनेंशियल डिसीज़न खुद नहीं लेने चाहिए ?
एक लड़की जो सिंगल है और फाइनैंशली इंडिपेंडेंट है, समाज में एक अलग पहचान और रुतबा रखती है। वो हमेशा ज़्यादा स्ट्रांग और कैपेबल होगी हालातों का सामना करने के लिए।
ज़िन्दगी में स्टेबल रहने के लिए हमे अपने सभी फाइनेंशियल डिसीज़न खुद लेने चाहिए जिससे हमे जीवन में अलग -अलग सिचुऎशन्स को हैंडल करने का तजुर्बा मिलता है। हम बहुत ज़्यादा एक्टिव और स्मार्ट बनते है क्योंकि हम अपने फैसले खुद लेते हैं। अपने मनी डिसीजन्स खुद लेना हमारे आत्म -विश्वास और हमारी पर्सनालिटी को काफी स्ट्रांग बनाता है और हम जीवन में तरक्की की और बढ़ते हैं और जीवन के किसी भी मोड़ पर पीछे न हटने का जज़्बा हमेशा हमे मज़बूत बनाता है।
जिस तरह के फैसले हम अभी लेते हैं वो हमारे भविष्य पर गहरी छाप छोड़ता है। अपने भविष्य के बारे में पहले से प्लान करकर चलने पर हम जीवन में हमेशा तरक्की करते हैं। एक सफल जीवन के लिए अपने सभी फाइनेंशियल डिसीज़न खुद लेने शुरू करें।
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