Jharkhand Girl Against Child Marriage: झारखंड के कोडरमा जिले के मधुबन पंचायत के अंतर्गत आने वाले टिकैत टोला की राधा पांडेय ने कुछ दिनों पहले बाल विवाह से इनकार किया। राधा के इस निर्णय के वजह से जिला प्रशासन ने राधा की तारीफ की और उसका हौसला बढ़ाया। राधा के घर सरकारी अधिकारी पहुंचे जिनमें से एक थे डीसी रमेश घोलप जिन्होंने राधा की तारीफ की।
झारखंड की राधा पाण्डेय ने रोका खुद का बाल विवाह (Jharkhand Girl Against Child Marriage)
राधा पांडेय झारखंड के कोडरमा जिले में रहने वाली 16 साल की लड़की है। जब उसके घर वालो ने उसकी शादी तय की तो उसने इस शादी का विरोध किया। राधा को अपने हक पता थे और उसे पता था कि बाल विवाह अपराध है। राधा ये टिकैत टोला के बाल पंचायत की मुख्य कार्यकर्ता है जो की कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के अंतर्गत आता है।
जब राधा ने फाउंडेशन तक उसके बाल विवाह की बात पहुचाई, तो फाउंडेशन ने राधा को उसका बाल विवाह रोकने में मदद की। राधा ने जब अपने घरवालों से शादी को रोकने के लिए कहा तो उसके घर वाले नही माने। फिर राधा ने दूल्हे के पिता से बात की और उन्हें शादी रोकने के लिए कहा। दूल्हे के पिता ने पुलिस की कार्यवाही से बचने के लिए शादी रोक दी।
राधा के स्कूल और कोचिंग का खर्चा उठाएगा जिला प्रशासन
राधा के इस साहस के लिए उसकी हर जगह प्रशंसा हो रही है। डीसी रमेश घोलप ने राधा को स्कॉलरशिप देने की बात की। राधा को अब हर माह दो हजार रूपये की स्कॉलरशिप मिलेगी। राधा को सुकन्या योजना का लाभ मिलने वाला है जिसके लिए डीसी ने डीएसडब्ल्यूओ को निर्देश दिया।
इसके अलावा राधा के परिवार का नाम राशन कार्ड में दर्ज होगा और गोल्डन कार्ड बनवाने की बात भी डीसी घोलाप ने की। राधा ये बाकी लड़कियों के लिए प्रेरणा है, इतनी छोटी उमर में राधा को अपने हक और अधिकार की पहचान होने की वजह से राधा को शॉल देकर डीसी ने सम्मानित किया।