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वर्कप्लेस में काम के चलते कुछ लोगों को काम का स्ट्रेस होता है। इस स्ट्रेस को भले ही कुछ लोग बेहद सामान्य रूप से लेते हों, मगर इसको नज़रअंदाज़ करना बिल्कुल ठीक नहीं होता। जो कोई भी वर्क ऐंगज़ाइटी से परेशान होता है, उनको हर काम में अपना बेस्ट देने के लिए सामान्य लोगों के मुकाबले बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। और साथ-ही-साथ अपनी सेहत का भी अधिक ख्याल रखना होता है।
वर्क ऐंगज़ाइटी के कारण न केवल काम पर असर पड़ता है बल्कि स्वभाव में चिड़चिड़ेपन के कारण निजी रिश्तों में भी कई बार परेशानी आ जाती है। और इन सब चीज़ो के प्रेशर से खुद को उभारना आसान नहीं होता। अगर आप भी वर्क ऐंगज़ाइटी के कारण परेशान हैं और इसको कम करने के उपाय खोज रहें हैं तो नीचे लिखी गई बातों पर आपको जरूर ध्यान देना चाहिए। इन बातों पर अमल करके आप खुद को अच्छा महसूस करा सकते हैं। साथ ही, अपने काम को भी बेहतरीन रूप से पूरा कर पाने में सक्षम हो पाएंगे।
वर्क ऐंगज़ाइटी को दूर करने के लिए अपनाएँ ये 5 टिप्स :
1. 'ना' कहना जरूरी है।
वर्कप्लेस में आपके किसी सहकर्मी ने आपको अपना कुछ काम करने को कहा, और किसी कारण आपको वो काम करने का मन नहीं है या आपके पास उस काम को करने के लिए बिल्कुल भी समय नहीं है। तो साफ 'ना' बोलकर मना कर दें। कई लोग किसी को भी मना नहीं कर पाते हैं और इस कारण उनके ऊपर जरूरत से ज्यादा काम का बोझ आ जाता है। और अगर आपको वर्क ऐंगज़ाइटी है, तो आपको खुद के ऊपर काम का ज्यादा बोझ डालने से बचना चाहिए।
अक्सर 'ना' कहने से लोग इसलिए भी बचते है क्योंकि उनको ऐसा कहना काफी 'रुड' लगता है। और वो सोचते है कि इससे सहकर्मियों के साथ उनके रिश्ते खराब हो जाएंगे। मगर यहाँ पर यह समझने की जरूरत है कि 'ना' कहने का भी एक तरीका होता है। 'ना' कहकर आप अगले को हर्ट ही करेंगे ऐसा जरूरी नहीं है। आप प्यार से 'काम ना करने का कारण' बताकर भी 'ना' बोल सकते हैं, इससे अगला इंसान भी आपकी बात को समझेगा और बुरा महसूस नहीं करेगा।
2. संभव डेडलाइन ही चुनें ।
कई बार लोगों को यह पता रहता है कि इस डेडलाइन तक काम पूरा करना संभव नहीं होगा, मगर फिर भी ऐंगज़ाइटी के कारण वो उस डेडलाइन पर हाँ कर देते है। और यह बेहद गलत है। बाद में काम पूरा न होने पर माफी माँगनी पड़े इससे अच्छा है कि पहले ही सही डेडलाइन डिस्कस कर , तय कर ली जाएँ।
सही डेडलाइन तय करने से आप पर काम का एकदम से प्रेशर भी नहीं पड़ेगा, आप काम को बेहतरीन रूप से पूरा भी कर पाएंगे और वर्क ऐंगज़ाइटी से भी बचेंगे।
3. खुद को आराम देना है जरूरी ।
वर्कप्लेस में लगातार काम करने से भी ऐंगज़ाइटी बढ़ती है। इसलिए बीच-बीच में कुछ देर के लिए काम से ब्रेक लेकर खुद को आराम दें। ब्रेक लेने से आपकी ऐंगज़ाइटी तो कम होगी ही, साथ ही, आपकी आँखों को भी आराम मिलेगा।
4. मदद लेने में न शरमाएँ ।
वर्कप्लेस में अगर आपको कुछ चीजें समझ नहीं आ रही हैं, तो परेशान होकर उस बात का लोड न लें। अपने सहकर्मियों से मदद लें और चीजों को आराम से सुलझाएँ। अगर आप किसी से मदद लेने में शरमाएँगे तो आप खुद में ही परेशान होकर, अपनी वर्क ऐंगज़ाइटी को बढ़ाएंगे। इसलिए बिना किसी शर्म के मदद लें।
5. खुद की सेहत का रखें ख्याल।
यह सोचना गलत होगा कि वर्क ऐंगज़ाइटी से बचने के लिए केवल वर्कप्लेस में ही अपना ध्यान रखना होता है। बल्कि आपको अपनी जीवनशैली में भी बदलाव लाने की जरूरत रहती है। योग को अपने रोज के रूटीन में शामिल करें, हेल्दी भोजन लें, और ऑइली चीजों से खुद को दूर रखें। किसी भी चीज़ को शांति से डील करने की कोशिश करें व खुद पर ज्यादा प्रेशर न डालें। साथ ही, घर पर हर वो काम करें जिस काम को करने से आपको अच्छा महसूस होता हो, और अपनों के साथ वक्त बिताएँ।
वर्क ऐंगज़ाइटी में यह बेहद जरूरी होता है कि आप खुद को समय दें और ऊपर लिखी बातों को फॉलो करें। यदि आपको फिर भी ज्यादा फायदा नहीं लग रहा तो आप एक बार जरूर किसी डॉक्टर से संपर्क करें ।