हमारे देश में महिलाओं के साथ छेड़-छाड़ एक आम बात है। हर रोज़ ना जाने कितनी लड़कियों के साथ बुरा बर्ताव और हिंसा होती है। ऐसा नहीं है कि छेड़ खानी सिर्फ आम या गरीब के साथ होता है। हर महिला चाहे वो ऑफिस जाने वाली हो या अमीर हो इन्ही बातों से परेशान रहती है। कितनी भी मशहूर और शक्तिशाली महिला क्यों ना हो हमारे देश में उसको यौन उत्पीड़न सहना पड़ता है।सबसे पहले एक लड़की ही खुद की रक्षा कर सकती है सरकार ,पिता ,भाई ,पति और कोर्ट कचेरी सब बाद में आता है। इसलिए लड़कियों को अपनी खुद की सुरक्षा करने के लिए सेल्फ - डिफेन्स जानना जरुरी है ताकि वो किसी पर भी निर्भर ना रहें -
लड़कियों के लिए सेल्फ-डिफेन्स क्यों है जरुरी?
आत्मविश्वास
जब लडकियां सेल्फ-डिफेन्स सीखती हैं तो उनका आत्मविश्वास बढ़ जाता है और वो मुश्किल परिस्तिथि में घबराती नहीं हैं। उनको लड़ने के और बचने का साहस मिलता है और वो अपने आप में मजबूत महसूस करती हैं।
लडकियां अकेले जा पाएंगी
अधिकतर लडकियां इसलिए बाहर नहीं जाती क्योंकि वो अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती और ना ही लड़कियों के परिवार वाले उन्हें अकेले जाने देते हैं। कई लडकियां इसी डर स्कूल कॉलेज जाना छोड़ देती हैं। कई महिलाएं इसी डर से इतना पढ़ने लिखने के बाद भी काम नहीं कर पाती हैं। लड़कियों को इन सबसे लड़ने के लिए सेल्फ-डिफेन्स सीखना जरुरी हो जाता है।
आत्मरक्षा
कितनी भी मशहूर और शक्तिशाली महिला क्यों ना हो हमारे देश में उसको यौन उत्पीड़न सहना पड़ता है। सबसे पहले एक लड़की ही खुद की रक्षा कर सकती है सरकार ,पिता ,भाई ,पति और कोर्ट कचेरी सब बाद में आता है। जब तक बहुत देर हो जाती है। इसलिए किसी पर निर्भर न होकर लड़कियों को खुद की सुरक्षा खुद ही करना चाहिए। इस से वो मजबूत होंगी और साथ ही साथ हमारा देश भी मजबूत होगा।