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बेटी को सेक्स एजुकेशन देनी ज़रूरी है। कभी ना कभी कहीं ना कहीं शुरुआत करनी ही होगी। और वो शुरुआत आज ही सही।
नियति शाह सेक्सुअलिटी एजुकेटर और Averti एक सेक्सुअल अवेयरनेस प्रोजेक्ट की फाउंडर हमें बता रहीं हैं कि कैसे हम अपनी बेटी को सेक्स एजुकेशन कैसे दे सकते हैं.
रोज़ की बातचीत में मौका ढूंढें
माँओं को रोज़ की बातचीत में ऐसे अवसर ढूंढने चाहिए जिससे वो अपनी बेटियों को एजुकेट और एम्पोवेर कर सकें।
न्यूज़पेपर स्टोरीज अच्छा तरीका
न्यूज़पेपर की स्टोरीज एक बहुत अच्छा तरीका हो सकती हैं अपनी बात को शुरू करने के लिए। आप उस टॉपिक पर emphasize कर सकती हैं जो आप अपनी बेटी को बताना चाहती हैं।
रियल लाइफ इंसिडेंट्स
रियल लाइफ में होने वाले इंसिडेंट्स से भी आप मदद ले सकती हैं क्योंकि आपकी बेटी टीनएज में हैं और उसे पता है कि उसके बारे में डिस्कशन नहीं हो रहा है। तो वो खुलके अपनी बात रख सकती है।
बेटी और उसके पर्सपेक्टिव को समझना बहुत ज़रूरी है। आप उसको डायरेक्टली नही बल्कि इंसिडेंट को रेफेर कर के करेक्ट कर सकती हैं।
मूवीज बहुत अच्छा साधन
मूवीज भी एक बहाना होती है प्यार,रिलेशनशिप्स और सेक्स रिलेटेड कन्वर्सेशन को शुरू करने के लिए।
मूवी देखते समय या मूवी देखने के बाद आप मूवी सीन को अपनी बेटी के साथ डिस्कस कर सकती हैं। इससे वो अपने व्यूज़ भी बताएगी और उसे ये लेक्चर की तरह नही लगेगा।
ड्रॉइंग्स से समझाएं बेटी को
ड्रॉइंग्स के ज़रिए उसे मेल और फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम के बारे में जानकारी दें। इसके बारे में आप बचपन में उन्हें नहलाते समय भी बता सकतीं हैं।
बेटी को सेक्स एजुकेशन देने के लिए कौन सी उम्र सही है?
क्योंकि पोर्न हर जगह अवेलेबल है इसलिए बच्चे सेक्स के बारे में जानते हैं पर वो अनरियल और डिस्टॉर्टेड (विकृत) रूप में।
इसलिए आप को ये कन्वर्सेशन शुरू करनी चाहिए। 10-12 साल की उम्र सही उम्र होगी क्योंकि इसके तुरन्त बाद प्यूबर्टी आएगी।
उनको इस उम्र में कितनी जानकारी होनी चाहिए?
ये परिस्तिथि पर निर्भर करता है। अगर सेक्स की जानकारी देने की इतनी ज़रूरत नहीं है तो आप प्यूबर्टी की बात उनसे 9 साल की उम्र में करना शुरू कर सकती हैं और उनके साथ ऐसा क्यों होरहा है इसके बारे में भी बता सकतीं हैं।
आप 11 साल की उम्र में उन्हें arousal और मेल एनाटोमी के बारे में बता सकती हैं ।
और धीरे धीरे 13 साल की उम्र में उन्हें सेक्स के बारे में बता सकती हैं।
टैबू नहीं सेक्स
याद रखिये सेक्स एक टैबू नहीं है। एक माँ होने के नाते सबसे पहले आपको इस बात से कन्विंस्ड होना चाहिए।
दोस्त की तरह करें बात
एक दोस्त की तरह अपनी बेटी के साथ बातचीत कीजिये और उसको सेक्सुअल अट्रैक्शन के बारे में व्यूज़ रखने पर जज मत कीजिये।
प्रोग्रेसिव एप्रोच
एक हेल्थी कन्वर्सेशन होनी चाहिए सिर्फ सेक्सुअल एक्ट के बारे में ही नहीं बल्कि उसके outcomes के बारे में भी। एक प्रोग्रेसिव एप्रोच आपकी बेटी को ज़्यादा अच्छे से एजुकेट होने में मदद करेगी।