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अब आप सोच रहे होंगे कि ओव्यूलेशन क्या होता है ?
हर एक महिला की दो ओवरीज़ होती हैं। इन ओवरीज़ में छोटे छोटे अंडे होते हैं जो पीरियड के शुरू होते ही बढ़ना चालू हो जाते हैं। इन दोनों ओवरीज़ मेसे कोई एक ओवरी का अंडा बड़ा हो कर ओवरी से बाहर निकल जाता है। ये अंडा फिर मेन के स्पर्म से मिलकर बच्चा दानी में जम जाता है । इसी समय पर आपका प्रेगनेंसी का टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आता है। इस के बाद बच्चा बनने की प्रक्रिया शुरू होती है।
पीरियड का इस से क्या कनेक्शन होता है ?
जब महिला का अंडा निकलेगा तभी तो वो मेल स्पर्म से मिलकर बच्चा बनाएगा। इन सब का सही समय और सही तरीके से होने के बाद प्रेग्नेंट होना ओव्यूलेशन के 3 दिन पहले से ओव्यूलेशन के दो से तीन दिन बाद तक संभव होता है। प्रेग्नेंट होने का सबसे सही समय ये वक़्त पीरियड चक्र के 11 से 15 दिन के बीच आता है। इन सबके बाद प्रेग्नेंट होने के लिए सबसे जरुरी होता है कि आपके पीरियड नियमित रूप से हर महीने आते हों।
जब महिका के ओवरीज़ में से एग निकलते हैं उस प्रक्रिया को ही ओव्यूलेशन कहा जाता है।
कोरोना के चलते अभी हर किसी को अपनी उम्मुनिटी का ध्यान रखने की बहुत जरुरत है इसलिए आप दूध में लौंग, तुलसी, अदरक और हल्दी डालकर खाते रहें। इस से आपकी इम्युनिटी स्ट्रांग रहेगी। कोशिश करें कि आप घर पर ही रहें और सार्वजनिक स्थानों पर न जाएं। कोरोना से बचने के लिए विटामिन सी को अपनी डाइट में रखना बहुत जरुरी है। इसलिए कुछ फल जैसे कि संतरा, मौसम्बी, नींबू और आंवला खाते रहना चाहिए। इसलिए आप रोजाना कोशिश करें कि इन चीज़ों को खाते रहें।