New Update
पेरेंट्स बच्चों से ना कहे - मां बाप होना कठिन काम होता है। बच्चों के अलावा कई सारे काम होते है। इस कारण कभी कबार चिड़चिड़े होकर बच्चों से बहुत कुछ कह देते हैं। लेकिन गुस्सा में ऐसा कहने से बच्चों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इसके कारण कई बार अपने आप को कम भी समझने लगते हैं। बच्चे जैसे बड़े होते जाते हैं उनके मन में कई चीजों को लेकर जिज्ञासा जागती है। इसलिए आपका फर्ज है कि उन्हें समझाएं बल्कि डांट कर अब्यूज ना करें। बच्चों से बात करते समय रखें इन 4 बातों का ध्यान।
हम कई बार इतने गुस्से में रहते है कि बच्चों को अब्यूज कर देते हैं जैसे कि नालायक, अनलकी और इत्यादि। लेकिन हमें ऐसा कभी नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से बच्चो के सेल्फ स्टीम हॉट होती है। उनका कॉन्फिडेंस भी गिर जाता है। सर्वे के अनुसार बच्चे और छोटी-छोटी बात को लेकर अपने मन में बैठा लेते हैं और अपने आप में कमी निकालने लगते है।
हम अक्सर बच्चों को बोलते हैं कि तुम हमेशा ये गलती करते हो या तुमसे कभी नहीं होगा यह काम। तुम हमेशा और तुम कभी नहीं का बच्चों पर साइकोलॉजिकल इफैक्ट्स पड़ता है। ऐसा कहने से कई बार बच्चे कोशिश करने से पहले ही हार मान जाते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि ऐसी चीज कभी ना बोलें।
बच्चों को डांटते समय कभी भी उनकी पुरानी गलतियों को बीच में ना लाएं। क्योंकि आप उनकी पहली गलती के लिए उन्हें डांट चुके होते हैं और कहीं ना कहीं वह अपनी गलती समझ चुके होते हैं। फिर से उसी बात को दोहराने से बच्चों का मन खट्टा पड़ जाता है। इसके अलावा वह आपको गलत समझने लगते है।र
ये गलती ज्यादातर मां-बाप करते हैं, कभी भी अपने बच्चों को दूसरे के बच्चों से कंपेयर नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से कॉन्फिडेंस तो कम होता ही है, इसके अलावा आपके रिश्ते में भी खटास आती है। ऐसा कहने से बच्चे अपने आप को कम समझने लगते हैं।
पेरेंट्स बच्चों से ना कहे
1. उन्हें गलत नाम से बुलाना
हम कई बार इतने गुस्से में रहते है कि बच्चों को अब्यूज कर देते हैं जैसे कि नालायक, अनलकी और इत्यादि। लेकिन हमें ऐसा कभी नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से बच्चो के सेल्फ स्टीम हॉट होती है। उनका कॉन्फिडेंस भी गिर जाता है। सर्वे के अनुसार बच्चे और छोटी-छोटी बात को लेकर अपने मन में बैठा लेते हैं और अपने आप में कमी निकालने लगते है।
2. तुम हमेशा और तुम कभी नहीं
हम अक्सर बच्चों को बोलते हैं कि तुम हमेशा ये गलती करते हो या तुमसे कभी नहीं होगा यह काम। तुम हमेशा और तुम कभी नहीं का बच्चों पर साइकोलॉजिकल इफैक्ट्स पड़ता है। ऐसा कहने से कई बार बच्चे कोशिश करने से पहले ही हार मान जाते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि ऐसी चीज कभी ना बोलें।
3. पुरानी बातों को लाना
बच्चों को डांटते समय कभी भी उनकी पुरानी गलतियों को बीच में ना लाएं। क्योंकि आप उनकी पहली गलती के लिए उन्हें डांट चुके होते हैं और कहीं ना कहीं वह अपनी गलती समझ चुके होते हैं। फिर से उसी बात को दोहराने से बच्चों का मन खट्टा पड़ जाता है। इसके अलावा वह आपको गलत समझने लगते है।र
4. कंपेयर करना
ये गलती ज्यादातर मां-बाप करते हैं, कभी भी अपने बच्चों को दूसरे के बच्चों से कंपेयर नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से कॉन्फिडेंस तो कम होता ही है, इसके अलावा आपके रिश्ते में भी खटास आती है। ऐसा कहने से बच्चे अपने आप को कम समझने लगते हैं।
पेरेंट्स बच्चों से ना कहे