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अपने पार्टनर के साथ आप जब कभी भी सेक्स के लिए तैयार हो तब ऐसी बहुत सी बातें है जो आपको पहले आपस में डिस्कस करनी ज़रूरी है। फिर चाहे आप किसी के साथ कई सालों से हो या किसी के साथ एक नए रिश्ते की शुरुवात पे खड़े हो अपने पार्टनर से सेक्स से रिलेटेड बातें बताना और पहले से सब कुछ क्लियर करना बहुत ज़रूरी है। खुद में समझदारी लाते हुए आपको अपने पार्टनर से अपने मन और शरीर से जुड़ी बातें बतानी बहुत ज़रूरी है। जानिए अपने पार्टनर से बातें शेयर करने के 5 फायदें:
आपको अपने और अपने पार्टनर के कम्फर्ट लेवल बढ़ने क्ले लिए बातें शेयर करनी बहुत ज़रूरी है। अगर हम अपने पार्टनर के साथ सही कम्युनिकेशन रखेंगे तो इससे न सिर्फ हमारे रिलेशनशिप पर अच्छा असर पड़ेगा बल्कि हमारे बीच का भरोसा भी और मज़बूत होगा। अगर आप इस बारे में बात करने में कम्फ़र्टेबल महसूस नहीं करते है तो पहली बार कोशिश करने में कोई बुराई नहीं है।
अगर आप अनचाहे प्रेगनेंसी से बचना चाहते है तो आपको अपने पार्टनर के साथ कॉन्ट्रासेप्शन और सेफ सेक्स के बारे में ज़रूर बात करनी चाहिए। सेफ सेक्स के तरीके अपनाने से आप सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STD) और HIV से भी बच सकते है। हमें ये भी जानकारी होनी चाहिए कि कॉन्ट्रासेप्शन की ज़िम्मेदारी कौन ले रहा है और इसके लिए कौन से तरीके का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए आपस में बातें शेयर करना बहुत ज़रूरी है।
अपने पार्टनर के साथ अगर आप ये शेयर करेंगी की सेक्स के मामले में आपको क्या पसंद है और क्या नहीं तो आपके लिए सेक्स के समय कोई विशेष दिक्कत नहीं आएगी। इससे ना सिर्फ ये दोनों के लिए अच्छा अनुभव बनेगा बल्कि आप कुछ ऐसा करने से भी बचेंगे जो आप नहीं करना चाहते है।
अपने सेक्स लाइफ से ज़ाहिर सी बात है की हर किसी को कुछ न कुछ उम्मीदें रहती हैं। इसलिए ये बहुत ज़रूरी है की आप अपने एक्सपेक्टेशंस के बारे में अपने पार्टनर से पहले ही बात कर ले और उनसे भी उनकी उम्मीदें जान ले। ऐसा करने से आप दोनों एक दूसरे से कुछ अलग या हाई एक्सपेक्टेशन करने से बचेंगे।
आपके और आपके पार्टनर के लिए सेक्स में लिमिटेशंस अलग-अलग हो सकती हैं। ऐसा भी हो सकता है की जो चीज़ सेक्स में आपके पार्टनर को पसंद हो वो आपको पसंद नहीं। इसलिए किसी अजीब सीटुएशन्स से बचने के लिए हमें अपने लिमिटेशंस आपस में डिस्कस कर लेने चाहिए ताकि जब कभी आप सेक्स करे तो आप दोनों को किसी प्रकार की हिचक महसूस न हो।
1. आपके कम्फर्ट लेवल में इजाफा होगा इन बातों से
आपको अपने और अपने पार्टनर के कम्फर्ट लेवल बढ़ने क्ले लिए बातें शेयर करनी बहुत ज़रूरी है। अगर हम अपने पार्टनर के साथ सही कम्युनिकेशन रखेंगे तो इससे न सिर्फ हमारे रिलेशनशिप पर अच्छा असर पड़ेगा बल्कि हमारे बीच का भरोसा भी और मज़बूत होगा। अगर आप इस बारे में बात करने में कम्फ़र्टेबल महसूस नहीं करते है तो पहली बार कोशिश करने में कोई बुराई नहीं है।
2. आप अनसेफ और कन्सेप्टिव सेक्स से जुड़ी बातें कर पाएंगे
अगर आप अनचाहे प्रेगनेंसी से बचना चाहते है तो आपको अपने पार्टनर के साथ कॉन्ट्रासेप्शन और सेफ सेक्स के बारे में ज़रूर बात करनी चाहिए। सेफ सेक्स के तरीके अपनाने से आप सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STD) और HIV से भी बच सकते है। हमें ये भी जानकारी होनी चाहिए कि कॉन्ट्रासेप्शन की ज़िम्मेदारी कौन ले रहा है और इसके लिए कौन से तरीके का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसलिए आपस में बातें शेयर करना बहुत ज़रूरी है।
3. अपने सेक्स के प्रैफरेंसेज के आगे आपको कुछ नहीं करना पड़ेगा
अपने पार्टनर के साथ अगर आप ये शेयर करेंगी की सेक्स के मामले में आपको क्या पसंद है और क्या नहीं तो आपके लिए सेक्स के समय कोई विशेष दिक्कत नहीं आएगी। इससे ना सिर्फ ये दोनों के लिए अच्छा अनुभव बनेगा बल्कि आप कुछ ऐसा करने से भी बचेंगे जो आप नहीं करना चाहते है।
4. अपने पार्टनर से आप हाई एक्सपेक्टेशंस रखने से बचेंगे
अपने सेक्स लाइफ से ज़ाहिर सी बात है की हर किसी को कुछ न कुछ उम्मीदें रहती हैं। इसलिए ये बहुत ज़रूरी है की आप अपने एक्सपेक्टेशंस के बारे में अपने पार्टनर से पहले ही बात कर ले और उनसे भी उनकी उम्मीदें जान ले। ऐसा करने से आप दोनों एक दूसरे से कुछ अलग या हाई एक्सपेक्टेशन करने से बचेंगे।
5. आपकी लिमिटेशंस पहले से ही डिफाइंड होंगी सेक्स बातें करने से
आपके और आपके पार्टनर के लिए सेक्स में लिमिटेशंस अलग-अलग हो सकती हैं। ऐसा भी हो सकता है की जो चीज़ सेक्स में आपके पार्टनर को पसंद हो वो आपको पसंद नहीं। इसलिए किसी अजीब सीटुएशन्स से बचने के लिए हमें अपने लिमिटेशंस आपस में डिस्कस कर लेने चाहिए ताकि जब कभी आप सेक्स करे तो आप दोनों को किसी प्रकार की हिचक महसूस न हो।