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जानिए वो 6 बातें जो एक अपसेट पार्टनर से नहीं कहनी चाहिए -
1. "ये तो छोटी सी बात है"
अगर आपके पार्टनर किसी चीज़ को लेकर अपसेट हैं जो ज़ाहिर है कि वो बात उनके लिए मैटर करती है इसलिए उनके दुख को "यह कुछ भी नहीं है", " छोटी सी बात पर इतना परेशान क्यों हो रहे हो" जैसी बातें बोल कर साइडलाइन मत करिए। आप भले ही उनका दुख कम करने के इंटेंशन से ऐसा बोल रहे हों पर इससे उन्हें मैसेज ये जाएगा कि उनकी फीलिंग्स आपके लिए मैटर नहीं करतीं।
2. "मेरी प्रॉब्लम तुमसे भी बड़ी है"
जब आपके साथी दुखी हों तो अपनी प्रॉब्लम्स बीच में मत लाइये। ये कोई कॉम्पीटीशन नहीं है जिसमें सबसे बड़ी परेशानियाँ बताने वाला इंसान जीतेगा। हो सकता है आपके जीवन में समस्याएं हों, लेकिन उन्हें शेयर करने का ये सही वक़्त नहीं है। अगर आप अपनी और उनकी प्रॉब्लम्स कंपेयर करने लगेंगे तो वो ख़ुद को छोड़ कर आपकी परवाह करने लगेंगे इसलिए ऐसा बिल्कुल न करें।
3. "रोना बन्द करो"
अगर आपके पार्टनर ने अकेले रहने के बजाय आपके पास आकर अपना दुख बयाँ करने का फै़सला किया है तो उनके फै़सले की रिस्पेक्ट करिए। उन्हें रोने से मत रोकिए, बल्कि दिल खोल कर रोने की सलाह दीजिए। रोने से किसी का नुकसान नहीं होता बल्कि मन हल्का हो जाता है और रिलीफ़ मिलता है। रोने से इंसान स्ट्रॉंग होता है इसलिए उन्हें आँसू पोछने के लिए मत कहिए।
4. "ये सब मेरी वजह से हुआ है"
अगर आपको लगता है कि आपसे कोई गलती हुई है तो माफ़ी माँग लीजिये लेकिन बार-बार उनके सामने ख़ुद को मत कोसिये। उन्हें आपकी बातों से हर्ट होने का और आपसे नाराज़ होने का हक है इसलिए उन्हें मनाने का दूसरा तरीका ढूँढिये। ख़ुद को दोष देकर आप अपने साथी को अपना दुख भूलने पर मजबूर कर रहे हैं क्योंकि इससे वो आपको मनाने में लग जाएँगे। वो आपको ये एहसास दिलाने लगेंगे कि आप एक बुरे इंसान नहीं है और ये प्रिटेंड करने लगेंगे कि वो अपसेट नहीं हैं।
5. "चलो, कुछ और बात करते हैं"
जब तक आपके साथी का मूड सही ना हो जाए और वो अपने दिल की सारी बातें ठीक से कह ना लें तब तक विषय बदलने की बात मत करिए। हो सकता है उन्हें खुल कर बोलने में और ठीक होने में वक़्त लगता हो इसलिए कमसे कम तब तक वेट करिए जब तक कि उनकी स्थिति बेहतर ना हो जाए। आप अक्सर उनका ध्यान भटकाने के लिए विषय बदल देते हैं पर इससे उनकी बात अधूरी रह जाती है और उन्हें लगने लगता है कि आपसे अपनी फीलिंग्स शेयर करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि आप सेल्फिश हैं।
6. "तुम मुझसे कुछ भी शेयर नहीं करते"
जब आपके पार्टनर दुखी हों तो उन्हें कारण बताने पर मजबूर मत करिए। उन्हें समय लेने दीजिए। ये समझिये कि अभी वो शायद कुछ भी कहने या सुनने की स्थिति में ना हों। इस बात को अपने दिल पर लगा कर उन्हें बातें छुपाने का दोष मत दीजिए। ऐसा करना आपकी एक इंसेंसिटिव पिक्चर पेंट करता है।
ये थीं upset partner se nahi kehne wali baatein।